मुरैना , अक्टूबर 07 -- मध्यप्रदेश के मुरैना जिला अस्पताल के प्रबंधन का एक तुगलगी आदेश मरीजों के लिए एक बड़ी परेशानी पैदा कर रहा है।

जानकारी के अनुसार दिमनी थाना क्षेत्र के ग्राम लहर निवासी जगदीश गुर्जर की बाइक फिसलने से उसके पैर में दो जगह फ्रैक्चर हो गया था। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, मरीज को यहां लाभ नहीं मिला तो परिजन ने उसका ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में उचित उपचार कराने का निर्णय लिया। कल रात परिजन जब उसे एक निजी एंबुलेंस से ग्वालियर ले जाने लगे, तब उस निजी एंबुलेंस को अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल परिसर में आने से रोक दिया। ऐसे में परिजन स्ट्रेचर पर रखकर मरीज को एक लंबी दूरी तय कर मुख्य सड़क तक लाए।

बताया गया है कि अभी हाल ही में जिला अस्पताल प्रबंधन ने एक तुगलकी आदेश में निजी एम्बुलेंसों को मरीजों को अन्य निजी अस्पतालों में इलाज कराने ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे मरीजों को एक बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्वनी कुमार रावत ने कहा कि मरीज के परिजन निजी या सरकारी एम्बुलेंस का उपयोग करना चाहते हैंं तो ये उनकी क्षमता पर निर्भर करता है। अस्पताल प्रबंधन इसे रोक नहीं सकता। मामले की जांच कराई जाएगी।

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