चंडीगढ़ , नवंबर 07 -- राष्ट्र गीत 'वंदे मातरम्' की ऐतिहासिक 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, मुख्यालय एआरटीआरएसी ने शुक्रवार को शिमला के प्रतिष्ठित रिज मैदान में एक भव्य सामूहिक गायन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में इस गीत की गहन भूमिका का जश्न मनाया गया और राष्ट्रीय एकता के इसके संदेश की पुष्टि की गयी।

वंदे मातरम, जिसका अर्थ है 'मां, मैं तुम्हें नमन करता हूं', बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित था और यह पहली बार सात नवंबर 1875 को साहित्यिक पत्रिका बंगदर्शन में प्रकाशित हुआ था। इसे रवींद्र नाथ टैगोर ने संगीतबद्ध किया था।

इस समारोह में एआरटीआरएसी मुख्यालय में तैनात सैन्य और असैन्य कर्मचारी शामिल हुए। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने भी देशभक्ति और एकजुटता की भावना को प्रतिध्वनित करते हुए 'वंदे मातरम' का एक सशक्त गायन प्रस्तुत किया।

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