ग्वालियर , नवम्बर 14 -- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में हुए घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए घोटाले में शामिल आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों पर विजया बैंक में फर्जी कोटेशन लगाकर 7 लाख 48 हजार रुपये का ऋण धोखाधड़ीपूर्वक प्राप्त करने का आरोप है।

ईओडब्ल्यू के अनुसार शिकायतकर्ता ने हरवीर सिंह चौहान, प्रेमकिशोर शिवहरे, मैसर्स पूनम ट्रेडिंग कंपनी सहित अन्य के विरुद्ध यह शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपियों ने सप्लायर को भुगतान दिखाकर तथा फर्जी कोटेशन लगाकर बैंक से मिली ऋण राशि का दुरुपयोग किया है। शिकायत पर प्रारंभिक जांच में पाया गया कि वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना अंतर्गत हरवीर सिंह चौहान ने गारमेंट्स दुकान के लिए ऋण आवेदन किया था, जिसे जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा विजया बैंक के शाखा प्रबंधक को भेजा गया था। बैंक ने 9 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया था।

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