चेन्नई , दिसंबर 21 -- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने तमिल संस्कृति भारतीय सभ्यता का उद्गम स्थल और शिखर दोनों थी, दोहराते हुए रविवार को कहा कि पुरातात्विक खुदाई इस बात का सबूत देती है और उनकी सरकार की ओर से तिरुनेलवेली में स्थापित दूसरा संग्रहालय, 'पोरुनाई', तमिल की प्राचीनता के वैज्ञानिक प्रमाण की दिशा में एक प्रयास है।

मुख्यमंत्री ने तमिल बनाम संस्कृत विवाद को 2000 साल पुरानी लड़ाई बताते हुए यह साफ किया कि सरकार तमिल की प्राचीनता और गौरव को बनाये रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।

पोरुनाई संग्रहालय का उद्घाटन करने के एक दिन बाद तिरुनेलवेली के पलायमकोट्टई शहर में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "हमारी संस्कृति खास और प्रगतिशील है। तमिल क्षेत्र भारतीय उपमहाद्वीप में सभ्यता का उद्गम स्थल और शिखर दोनों था। हमारे पास इसे साबित करने के लिए साहित्यिक सबूत हैं। उन्हें वैज्ञानिक रूप से साबित करने के लिए हम अतीत में जाने के लिए पुरातात्विक खुदाई करते हैं। इसीलिए हम पोरुनाई और कीझाड़ी की बातें कर रहे हैं और अपने प्राचीन इतिहास का ऐतिहासिक डेटा इकट्ठा कर रहे हैं।"उन्होंने कहा, "हम लगातार यह दिखा रहे हैं कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार हमारी तरफ से की जा रही पुरातात्विक खुदाई को कैसे रोक रही है और उसमें रुकावट डाल रही है। वे नहीं चाहते कि तमिल की प्राचीनता का कोई सबूत सामने आये। अगर खुदाई होती भी है तो वे उसके नतीजों को प्रकाशित नहीं करेंगे। इसलिए हमारी यह लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है, जो तमिल भाषा और तमिल लोगों से गहरी नफरत करते हैं। जो लोग काल्पनिक सरस्वती सभ्यता के पीछे पड़े हैं, वे हमारी खोजों को मानने को तैयार नहीं हैं।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन हम अपना कर्तव्य नहीं छोड़ सकते। कभी नहीं। हम अपने इतिहास को नहीं छोड़ सकते, क्योंकि यह पुरानी लड़ाई है, जिसमें हम हार नहीं सकते।"मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी पोरुनाई संग्रहालय आने का न्योता दिया, ताकि वे खुद तमिल की प्राचीनता, प्राचीन भारतीय सभ्यता और पुरातात्विक खोजों को देख सकें।

तमिल विद्वानों के लिए शिवगलाई में मिली नई लौह युग की खोज सिर्फ एक और पुरातात्विक खोज नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा खुलासा है, जो उत्तर भारत की तुलना में तमिल की प्राचीनता के बारे में बड़ा बदलाव ला रहा है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित