खटीमा/नैनीताल , अक्टूबर 27 -- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अपने गृहनगर खटीमा में पूर्वांचल सेवा समिति की ओर से आयोजित सूर्य षष्ठी व्रत महोत्सव में शामिल होकर छठ पूजा की और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।

उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज का पावन पर्व सनातन संस्कृति की उस उज्ज्वल परंपरा का प्रतीक है, जिसमें आस्था, अनुशासन, तपस्या और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता एक साथ दिखाई देती है। छठ धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि जीवन मूल्यों और पारिवारिक संस्कारों का महापर्व है। यह पर्व हमें प्रकृति और पर्यावरण के महत्व के बारे में भी बताता है।

उन्होंने कहा कि छठ महापर्व भारत की उस महान संस्कृति का भी प्रत्यक्ष प्रमाण है, जिसमें उगते सूर्य के साथ ही ढलते सूर्य को भी अर्घ्य अर्पित किया जाता है, जो अपने आप में अनोखा अनुभव है। श्री धामी ने कहा कि खटीमा तो मेरा घर ही है और आप सभी मेरा परिवार हैं। यहां की गली और प्रत्येक गाँव मेरे दिल के करीब है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने खटीमा में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल से लेकर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हाईटेक बस स्टैंड, आधुनिक आईटीआई और पॉलीटेक्निक कॉलेज तथा 100 बेड के नए अस्पताल परिसर का निर्माण कर बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया है। यही नहीं औद्योगिक विकास को गति देने के साथ ही युवाओं में खेल प्रतिभा निखारने हेतु राष्ट्रीय स्तर का खेल स्टेडियम का निर्माण भी कराया गया है।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने हेतु गदरपुर और खटीमा बाईपास का निर्माण, नौसर में पुल के निर्माण के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में सड़कों का व्यापक नेटवर्क विकसित किया है। यही नहीं खटीमा और टनकपुर के बीच एक भव्य सैन्य स्मारक बनाने की भी घोषणा की है, जिस पर जल्द ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि हमने एक ओर जहां राजकीय महाविद्यालय खटीमा में एमकॉम और एमएससी की कक्षाएं शुरू कराई हैं, वहीं जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में एकलव्य विद्यालय का संचालन भी किया जा रहा है।

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