भोपाल , अक्टूबर 17 -- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार 18 अक्टूबर को पूरा दिन किसानों के बीच रहेंगे और उनके साथ धनतेरस का पर्व मनाएंगे। मुख्यमंत्री सुबह मुख्यमंत्री निवास में आयोजित किसान सम्मेलन में किसानों से सीधा संवाद करेंगे तथा कृषि क्षेत्र में चल रही योजनाओं और नवाचारों की जानकारी साझा करेंगे। इसके बाद वे राजगढ़ जिले के ब्यावरा और सीहोर जिले के बिलकिसगंज झागरिया में आयोजित किसान सम्मेलनों में शामिल होकर किसानों को राहत राशि वितरित करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ब्यावरा में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को 277 करोड़ रुपये की राहत राशि का अंतरण करेंगे। इसके साथ ही 33 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ब्यावरा नगर जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन करेंगे तथा 193 करोड़ रुपये की लागत वाले 41 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण करेंगे। बाद में वे सीहोर जिले के बिलकिसगंज झागरिया में आयोजित किसान सम्मेलन में भाग लेंगे, जहाँ जिले के दो लाख से अधिक किसानों को 118 करोड़ रुपये से अधिक की फसल क्षति राहत राशि सिंगल क्लिक से खातों में अंतरित करेंगे।

मुख्यमंत्री निवास परिसर में आयोजित किसान सम्मेलन में नर्मदापुरम, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, रायसेन और विदिशा जिलों के लगभग 2500 प्रगतिशील किसान शामिल होंगे। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री किसानों से संवाद कर राज्य सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में उठाए जा रहे कल्याणकारी कदमों पर चर्चा करेंगे।

किसान सम्मेलन का उद्देश्य प्रदेश के किसानों को भावांतर भुगतान योजना की जानकारी देना और उन्हें इसका अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करना है। कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी किसानों को योजना की प्रक्रिया, पात्रता और लाभ वितरण की जानकारी देंगे। योजना के तहत पात्र किसान 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक अपनी सोयाबीन फसल कृषि उपज मंडियों में विक्रय कर सकेंगे। विक्रय के 15 दिनों के भीतर किसानों के खातों में भावांतर की राशि सीधे जमा की जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव किसानों के साथ धनतेरस और दीपावली की शुरुआत करेंगे। किसान भाई सोयाबीन को भावांतर योजना में शामिल करने की पहल के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त करेंगे।

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