जयपुर , दिसम्बर 23 -- राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बयान "अरावली पवर्तमाला में किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होने दी जायेगी" को लेकर कहा है कि मुख्यमंत्री को आम जनता के समक्ष यह स्पष्ट करना चाहिए कि अरावली पर्वतमाला को बचाने के संदर्भ में जो बात अपने भाषण में कही है, वह किस प्रकार से पवर्तमाला को बचायेंगे।

श्री जूली मंगलवार को यहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ प्रेस वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अरावली पर्वतमाला की सुरक्षा का मुद्दा बहुत गंभीर हो गया है, कल मुख्यमंत्री कह रहे थे कि अरावली पर्वतमाला का मैं कुछ नहीं बिगडऩे दूंगा, तो उनसे प्रश्र है कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिये उनकी क्या कार्य योजना है। क्या केन्द्र सरकार से उन्होंने ऐसी कोई मांग की है। इसके लिये क्या प्रधानमंत्री से बात करेंगे अथवा केन्द्र सरकार से नया कानून बनवायेंगे।

उन्होंने कहा कि यह बात मुख्यमंत्री को प्रदेशवासियों को बतानी चाहिये। मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर स्वयं तो कोई जवाब नहीं दे रहे हैं, केवल राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को आगे कर रहे हैं। अब मुख्यमंत्री को आम जनता के समक्ष यह स्पष्ट करना चाहिये कि उन्होंने जो अरावली पर्वतमाला को बचाने के संदर्भ में जो बात अपने भाषण में कही है वह किस प्रकार से रोक लगायेंगे यह बात राजस्थान की जनता जानना चाहती है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव जो अलवर का प्रतिनिधित्व करते हैं उन्होंने सरिस्का में 50 से अधिक माईन्स सरिस्का के सीटीएच के कारण बंद पड़ी हैं उनको खोलने के लिये सरिस्का सीटीएच एरिया ही बदलवा दिया था लेकिन उच्चत्तम न्यायालय से फटकार लगी और निर्णय वापस लेना पड़ा। इसलिए भाजपा नेताओं की मंशा पहले दिन से ही स्पष्ट हो गई थी कि भाजपा के नेता राजस्थान की सम्पदा को अपने मित्रों को सौंपना चाहते हैं। भाजपा नेताओं को जवाब देना चाहिये कि क्यों वे राजस्थान की सम्पदा को लुटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सम्पदा अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिये कांग्रेस पार्टी हर संघर्ष करने के लिये तैयार है।

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