श्रीनगर , अक्टूबर 24 -- कश्मीर के मुख्य मौलवी मीरवाइज उमर फारूक ने आज 10 वर्षों के अंतराल के बाद बडगाम के चरार-ए-शरीफ स्थित शेख नूरुद्दीन नूरानी की प्रतिष्ठित दरगाह पर श्रद्धालुओं की सभा को संबोधित किया।
मीरवाइज ने अपने संबोधन में कश्मीर के संरक्षक संत की शिक्षाओं से प्रेरित शांति, न्याय और आध्यात्मिक नवीनीकरण के इस्लाम के स्थायी संदेश पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा , "महान सूफी संत शेख नूरुद्दीन नूरानी (आरए) की पवित्र भूमि पर एक बार फिर आना एक महान सौभाग्य की बात है, जिनकी दूरदर्शिता और ज्ञान ने पाँच शताब्दियों से भी अधिक समय से कश्मीरी लोगों को प्रेरित किया ओर पीढ़ियों को करते रहेंगे।"उन्होंने कहा कि कश्मीर को बहुत बड़ा सौभाग्य प्राप्त है कि ऐसे संत और महात्मा इसकी धरती पर आए हैं और लोगों के दिलों को प्रकाश और सत्य की ओर ले गए हैं।
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