वाशिंगटन, सितंबर 29 -- अमेरिका के मिशिगन में रविवार को एक चर्च में प्रार्थना के लिए आए लोगों को निशाना बना कर हुई अंधाधुंध गोलीबारी की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गयी है। इन मरने वालों में हमलावर भी शामिल है।
संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार एक बंदूकधारी ग्रैंड ब्लैंक इलाके में बने चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स में कार से पहुंचा और उसने लोगों पर गोलीबारी करनी शुरु कर दी। ग्रैंड ब्लैंक के पुलिस प्रमुख विलियम रेने ने बताया कि उसने चर्च में आग भी लगा दीथी, जिस पर बाद में काबू पा लिया गया।
इस हमलावर की पहचान बर्टन निवासी थॉमस जैकब सैनफोर्ड (40) के रूप में की गयी है। न्यूयॉर्क पोस्ट ने फेसबुक पर हमलावर की मां की एक पोस्ट का हवाला देते हुए लिखा है कि सैनफोर्ड ने 2004 से 2008 तक मरीन कॉर्प्स के रुप में इराक युद्ध में भाग लिया था।
स्पूतनिक संवाद समिति ने सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जांचकर्ताओं को घटना स्थल से कई विस्फोटक सामग्री मिली है। मिशिगन पुलिस ने कहा कि इस हमले के बाद उन्हें बम धमाके करने की धमकियां फोन पर मिलीं। ये कॉल संदिग्ध की मौत के बाद आए थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया में इसे ईसाइयों के खिलाफ एक और लक्षित हमला बताया। वहीं, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन हालात पर नज़र रख रहा है।
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