ऊना/शिमला (हिमाचल प्रदेश) , नवंबर 01 -- हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने कुठार खुर्द स्थित उस फर्म के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसके 15 क्विंटल पनीर को मिलावटी पाया गया था। विभाग ने पनीर बनाने वाली फर्म के साथ ही पंचकूला की उस फर्म के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसने पनीर की आपूर्ति की थी।
पंचकूला की उस फर्म को भी नोटिस जारी किया गया है, जिसने लगभग 1580 किलोग्राम पनीर 195 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भेजा था। यह पनीर 17 अक्टूबर की सुबह उस समय जब्त किया गया था, जब पनीर एक पिकअप ट्रक में ऊना पहुंचा था और कुठार खुर्द में उतारा जा रहा था।
लगभग 11 क्विंटल जब्त की गईं मिठाइयों के नमूने लिए गए हैं, लेकिन उनकी रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
यह पूरी कार्रवाई राज्य पुलिस की खुफिया शाखा द्वारा की गई, जिसके बाद पुलिस ने वाहनों का निरीक्षण किया और उन्हें खाद्य सुरक्षा शाखा को सौंप दिया। अब जबकि पनीर मानकों पर खरा नहीं उतरा है और उसमें चीनी और बाहरी वसा जैसे तत्व पाए गए हैं, उस पनीर कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा गया है जिसने इसे थोक में खरीदा और बनाया था। पनीर को नष्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। 15 क्विंटल से ज़्यादा का पूरा पनीर नष्ट कर दिया जाएगा।
जब एक किलो पनीर 5 किलो दूध से बनता है और उसकी कीमत लगभग 350 रुपये होती है, तो 195 रुपये प्रति किलो वाला यह कैसा पनीर है? यह मिलावटी पनीर लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है और लोग पेट और अन्य बीमारियों के लिए लगातार अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं। यही वजह है कि हृदय रोग भी बढ़ रहे हैं।
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