मुंबई , दिसंबर 30 -- बी-लाइव प्रोडक्शन के सह-संस्थापक और निर्माता सूरज सिंह का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म राहु केतु मिथक से परे एक नई सोच की फैंटेसी ड्रामा फिल्म है।

जिस दौर में फैंटेसी फिल्मों को अक्सर पौराणिक कथाओं या धार्मिक संदर्भों से जोड़कर देखा जाता है, उसमें 'राहु केतु' जानबूझकर एक ऐसी राह चुनती है, जहां उसकी कहानी किसी मिथकीय कथा या धार्मिक पुनर्कथन पर आधारित नहीं, बल्कि कल्पना, विश्वास प्रणालियों और मानवीय टकरावों से प्रेरित हो। इसे एक न्यू-एज फैंटेसी ड्रामा भी कहा जा सकता है। फिल्म 'राहु केतु' में फैंटेसी को प्रतीकात्मक सहारे की तरह नहीं, बल्कि कहानी कहने के एक सशक्त माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया गया है।

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