मिजोरम में इस वर्ष टीबी से 121 लोगों की मौतआइजोल, 20 अक्टूबर (वार्ता) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मिजोरम के सार्वजनिक स्वास्थ्य परिदृश्य पर टीबी का साया मंडरा रहा है और जनवरी से 10 अक्टूबर के बीच 121 मौतें दर्ज की गई हैं।
एनटीईपी अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इस अवधि के दौरान जांचे गए 97,467 नमूनों में से 1,870 नए टीबी मामले सामने आए। इनमें से 1,126 पुरुष और 744 महिलाएं हैं, जो विभिन्न लिंग और आयु समूहों में इस बीमारी की मौजूदगी दर्शाता है।
आगे के विश्लेषण से पता चला कि संक्रमित लोगों में से 1,761 14 साल से ऊपर हैं जबकि 109 उससे कम उम्र के बच्चे हैं। अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की है कि हालांकि मिज़ोरम ने लगभग 82 प्रतिशत की उपचार सफलता दर प्राप्त की है लेकिन मल्टीड्रग-रेसिस्टेंट टीबी (एमडीआर-टीबी) के रोगियों में मृत्यु दर चिंताजनक रूप से उच्च है।
रिपोर्ट में राज्य में टीबी और एचआईवी के बीच घनिष्ठ संबंध को भी रेखांकित किया गया है, जिसमें बताया गया है कि एचआईवी से पीड़ित 211 लोग टीबी से भी संक्रमित पाए गए।
मिजोरम लंबे समय से अपनी जनसंख्या के हिसाब से टीबी रोग से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक रहा है और एनटीईपी के अंतर्गत लगातार प्रयासों के बावजूद, स्वास्थ्य अधिकारी मानते हैं कि दवा प्रतिरोध और देर से निदान इस रोग को खत्म करने की लड़ाई में बड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं।
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