लखनऊ , अक्टूबर 9 -- बहुजन समाज पार्टी की रैली में योगी सरकार की तारीफ व सपा पर निशाना साधे जाने को लेकर गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने योगी सरकार की तारीफ पर कहा कि इसका मतलब अंदरूनी सांठगांठ जारी है।
गुरुवार को समाजवादी कार्यालय स्थित राम मनोहर लोहिया सभागार में कांशीराम का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया। इस मौके पर आयोजत प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी सरकार में कांशीराम स्मारक स्थल पर वाशिंगटोनियम, क्रोशिया के पेड़ लगाए गए। हमने एलडीए को बाकायदा इसके रखरखाव के आदेश दिए, लेकिन आज स्मारक के पत्थर काले पड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि बीजेपी ने सही से मेंटिनेंस करवाया होता तो आज पत्थर काले न पड़ते। उन्होंने कहा कि उनके अलावा उनकी यदि प्रतिमा किसी ने लगवाई तो हमने लगवाई।
अखिलेश ने कहा कि 'भाजपा झूठे मामलों का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है और झूठ बोलने में नंबर वन है। एनसीआरबी के डेटा के अनुसार, यूपी में सबसे ज्यादा दलित उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं, महिलाओं की सुरक्षा भी खतरे में है। थानों में भेदभाव और नियुक्तियों में असमानता जारी है। भाजपा की नीतियां केवल सत्ता और संपत्ति के लिए हैं।
उन्होंने बरेली में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार हमें वहां जाने ही देना चाहती। न सिर्फ डेलिगेशन, बल्कि मुझे भी वहां नहीं जाने दे रहे थे। हमारे ऑफिस के साथी, कर्मचारी जानते हैं कि सरकार चाहती थी कि मैं बरेली में न उतरूं, सड़क मार्ग से न जाऊं। सरकार मुझे रामपुर ही नहीं जाने देना चाहती थी। बरेली के राजनीतिक लोग ये जानते हैं। बहुत झगड़े के बाद, अपनी बात मनवाने के लिए या यू कहें कि उनकी बात मानने के लिए, लंबी बातचीत हुई। तब जाकर मैं रामपुर जा पाया।
अखिलेश ने कहा कि 'बरेली हिंसा प्रशासन की नाकामी थी। जानबूझकर ऐसा कराया गया ताकि भाजपा को राजनीतिक लाभ मिले'। उन्होंने कहा कि पुलिस वहां क्या कर रही थी। जब ज्ञापन देने का एलान हुआ था तो इस तरह की स्थिति क्यों पैदा की गई। उन्होंने कहा कि यह सब पोलिटिकल लाभ लेने के लिए कराया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कानपुर के अखिलेश दुबे की घटना को दबाने के लिए यह सब किया गया। एक लेखपाल ने 100 करोड़ रुपये कमाए, सोचिए बाकी अधिकारी कितने कमाए होंगे।
उन्होंने कहा कि कटेहरी विधानसभा जिताने के लिए डीएम को बरेली जैसे बड़े जिले में तैनात किया गया। "बरेली में बुलडोजर गरीब, मुसलमान और सपा नेताओं पर चला, सत्ता पक्ष के अन्य लोगों पर नहीं"।
अखिलेश यादव ने कहा सीजेआई ने बुलडोजर के खिलाफ दूसरे देश में जाकर बोला। हम बुलडोजर संस्कृति के खिलाफ है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिसने सीजेआई पर जूता फेंका वह भी संघी रहा होगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ में कुकरेल नाले पर रिवर फ्रंट बनाने वाली यह पहली सरकार है। प्रदेश में जब समाजवादी सरकार आएगी तो रिवर फ्रंट पर काशीराम की प्रतिमा लगाने का काम करेगी।
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