श्री आनंदपुर साहिब , नवंबर 24 -- पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान तीन शहरों को पवित्र घोषित करने संबंधी पेश किये गये प्रस्ताव पर पंजाब के पूर्व शिक्षा मंत्री और विधायक परगट सिंह ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अमृतसर, श्री आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो के बारे में स्थिति स्पष्ट करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यह बतायें कि अमृतसर, श्री आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो को 'पवित्र' शहर का दर्जा दिया जा रहा है या सिर्फ गलियारों को, क्योंकि गलियारे तो पहले से ही पवित्र हैं। गलियारों में पहले से ही कोई शराब, बीड़ी या मीट की दुकानें नहीं हैं।
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनके सवाल का जवाब जरूर दिया, लेकिन स्पष्ट फिर भी नहीं किया कि वह गलियारों की बात कर रहे हैं या शहरों की। श्री मान ने यह जरूर कहा कि पहले कोई सरकारी आधिकारिक आदेश नहीं था और लोग खुद ही गलियारों में इन चीजों का परहेज कर रहे थे लेकिन अब सदन इसे आधिकारिक तौर पर मान्यता दे रहा है।
पूर्व शिक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि सरकार ने अगर लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए सिर्फ गलियारों को ही पवित्र करके शहरों को पवित्र शहर का नाम देना है तो यह सरासर गलत है। अगर सरकार पूरे शहर को पवित्र शहर का दर्जा दे रही है तो क्या पूरे शहर में शराब, मीट और तंबाकू व अन्य नशीले पदार्थों पर सख्ती से पाबंदी लगा सकेगी। क्या वहां अब कोई शराब या मीट की दुकान नहीं खुलेगी। इस मामले में सरकार को तुरंत अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी, ताकि इन शहरों के लोग किसी तरह की गलतफहमी में न रहें। सरकार को चाहिए कि वह पूरे शहरों को ही पवित्र शहर का दर्जा दे और इन सभी चीजों पर पाबंदी लगाए तभी धार्मिक स्थानों का सम्मान होगा।
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