चंडीगढ़ , दिसंबर 01 -- शिरोमणि अकाली दल ने सोमवार को वरिष्ठ नेता वरदेव सिंह मान के परिवार और समर्थकों को झूठे मामले में नामजद करके जिला परिषद चुनाव लड़ने से रोकने की कोशिश करने के लिए आम आदमी पार्टी की निंदा की।

यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के कानून प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा है कि पंजाब पुलिस अब दावा कर रही है कि उच्च न्यायालय में एक गलत बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट दायर की गयी थी, जिसमें वरदेव मान के निजी सहायक मनीष की छह महीने पहले जलालाबाद के एक थाने में बरामदगी दिखाई गई है। उन्होने कहा कि मनीष को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के वारंट आफिसर ने अवैध हिरासत में बरामद किया था, लेकिन पंजाब पुलिस अब दावा कर रही है कि मनीष को वारंट आफिसर के वाहन से थाने लाया गया था।

श्री कलेर ने कहा कि वरदेव मान के परिवार को जिला परिषद और ब्लॉक समिति का चुनाव लड़ने से रोकने के लिए झूठी एफआईआर का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झूठे केस में नामजद लोगों में वरदेव मान, उनके भाई नरदेव मान और गुरसेवक मान, रिश्तेदार हरमन , जिला परिषद उम्मीदवार हरभिंदर सिंह और उनके निजी सहायक मनीष शामिल हैं। उन्होने कहा,'' यह बेहद निंदनीय है कि यह नया मामला उच्च न्यायालय को सूचित किये बिना दर्ज किया गया , इससे यह पता चलता है कि पंजाब पुलिस अदालत के फैसलों का कोई सम्मान नही करती है। ''श्री कलेर ने कहा कि वरदेव मान और उनके भाई नरदेव के खिलाफ दर्ज किया गया पिछला मामला झूठा था। उसमें अदालत में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने और मनीष की बरामदगी जरूरी थी।

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