नयी दिल्ली, सितंबर 27 -- दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की मानव तस्करी निरोधक इकाई ने अलग-अलग जगहों से लापता हुए या अपहरण किए गए चार नाबालिग बच्चों को खोज निकाला है। इसके बाद उन सभी को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।
अपराध शाखा उपायुक्त पंकज कुमार के अनुसार खोजे गए बच्चों में एक लड़की ऐसी भी थी, जिसकी तलाश के लिए दिल्ली पुलिस ने बीस हज़ार रुपए का इनाम रखा हुआ था।
पहला मामला रणहौला का है जहां से छह दिसंबर 2024 से लापता 17 वर्षीय युवती को तकनीकी जांच के सहारे राजोकरी, दिल्ली से खोजा गया। यह युवती पड़ोस के एक युवक के साथ घर से चली गई थी। दूसरा मामला कंझावला का है जहां से 15 अप्रैल से लापता 15 वर्षीय बालक को रानी खेड़ा, दिल्ली से खोजा गया। पता चला कि बहन से बहस के बाद वह गुस्सा होकर बिहार में अपने ननिहाल चला गया था।
तीसरा मामला हौज काजी का है जहां छह सितंबर से लापता 17 वर्षीय बालक को कौशाम्बी बस अड्डे, गाजियाबाद से खोजा गया। वह परिवार को बिना बताए घर से गया था और स्टेशन पर रुका हुआ था। वहीं चौथा मामला भलस्वा डेयरी का है, जहां एक अगस्त से लापता 15 वर्षीय युवती को बिहार के सारण जिले से खोजा गया है। वह एक विवाह समारोह में मिले एक युवक के साथ चली गई थी।
यह पूरा अभियान एसीपी सुरेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर मनोज दहिया और संजय कुमार की टीमों द्वारा मुखबिरों से मिली सूचना की मदद से सभी बच्चों को सुरक्षित खोजा जा सका।
पुलिस ने सभी बच्चों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित पुलिस थानों के जांच अधिकारियों को सौंप दिया है।
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