नयी दिल्ली , अक्टूबर 06 -- राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने मध्य प्रदेश के झाबुआ में एक ओझा द्वारा तीन बच्चों को दागने की कथित घटना का स्वतः संज्ञान लिया है।

आयोग ने झाबुआ के ज़िला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें कहा गया है कि मध्य प्रदेश के झाबुआ ज़िले में एक ओझा द्वारा निमोनिया से पीड़ित तीन बच्चों को गर्म लोहे की छड़ से दागा गया था। बताया जा रहा है कि इनमें से एक बच्चे की हालत गंभीर है। डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि पीड़ित बच्चे निमोनिया से पीड़ित थे और उनके शरीर पर जलने के निशान थे।

आयोग का कहना है कि यदि समाचार रिपोर्ट की सामग्री सत्य है, तो यह मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है। पिछले माह 25 सितंबर को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों के माता-पिता स्वयं उन्हें ओझा के पास लाए थे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित