रायपुर/बस्तर , अक्टूबर 30 -- भाकपा (माओवादी) की ओडिशा राज्य कमेटी ने एक पर्चा जारी कर कहा है कि पार्टी में महासचिव का पद अभी भी खाली है और केंद्रीय कमेटी की कोई बैठक नहीं हुई है।

यह बयान तेलंगाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए नक्सली चंद्रन्ना के उस दावे के बाद आया है, जिसमें उन्होंने थेप्पेरी तिरुपति उर्फ देवजी को नया महासचिव बताया था।

ओडिशा राज्य कमेटी के सदस्य गणेश द्वारा जारी पर्चे में कहा गया, "कॉमरेड देवजी को महासचिव चुना गया है - यह पूरी तरह झूठ है। हमारी पार्टी के महासचिव बासवराजू की मौत के बाद केंद्रीय कमेटी की कोई बैठक नहीं हुई है।"पर्चे में आगे कहा गया कि वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा ऑपरेशन कगार के तहत किए जा रहे गंभीर हमलों के चलते बैठक आयोजित करने की कोई परिस्थितियां नहीं हैं।

ओडिशा राज्य कमेटी ने चंद्रन्ना पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें खुद को क्रांतिकारी कहने का कोई अधिकार नहीं है।

सुरक्षा एजेंसियों ने इस पर्चे को माओवादी संगठन में गहरे संकट के संकेत के रूप में देखा है। बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि -"यह बयान संगठन में बढ़ती निराशा और आंतरिक संकट को उजागर करता है। हाल के दिनों में पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू और केंद्रीय समिति के सदस्य सतीश, रूपेश व चंद्रन्ना जैसे वरिष्ठ नेताओं के आत्मसमर्पण के बाद माओवादी नेतृत्व विचलित हो चुका है।"पुलिस महानिरीक्षक ने आगे कहा, "माओवादी संगठन पूरी तरह अव्यवस्था, नैतिक पतन और रणनीतिक असहायता की स्थिति में है। बस्तर और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रहे बड़े पैमाने पर आत्मसमर्पण इस बात का प्रमाण हैं कि हिंसा और विनाश की विचारधारा अब अप्रासंगिक हो चुकीहै।"सुरक्षा बलों ने स्पष्ट किया कि 'मिशन 2026' के तहत माओवादी संगठन के शेष कैडर और नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने तथा क्षेत्र में शांति बहाल करने का संकल्प जारी है। शेष माओवादियों से हिंसा का मार्ग त्यागकर विकास और सम्मान की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की गई है।

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