सीतामढ़ी , नवंबर 08 -- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सीतामढ़ी की धरती पर कहा कि मां सीता के आशीर्वाद से ही राम मंदिर निर्माण का फैसला राम लला के पक्ष में आया था और उन्हीं की कृपा दृष्टि से बिहार विकसित प्रदेश बनेगा।
प्रधानमंत्री ने आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि सीता माता की भूमि पर आया हूं। उन्होंने कहा कि पिछली बार 8 नवंबर 2019 को माता सीता की धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था और अगले ही दिन सुबह पंजाब में करतारपुर साहब कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए जाना था। उसी दिन सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई के बाद अयोध्या पर फैसला भी आना था। उन्होंने कहा कि उनका मन प्रार्थना कर रहा था कि सीता मैया के आशीर्वाद से फैसला राम लला के पक्ष में ही आए तो कितना अच्छा हो। उन्होंने कहा कि उस दिन उनकी प्रार्थना सफल हुई और सीता मैया का आशीर्वाद मिल गया तथा फैसला पक्ष में आया। उन्होंने कहा कि आज सीता माता की धरती पर आकर उनका आशीर्वाद ले रहा हूं और उन पलों को याद भी कर रहा हूं।
श्री मोदी ने कहा कि माँ सीता के आशीर्वाद से ही बिहार विकसित प्रदेश बनेगा। उन्होंने कहा कि इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव विकसित बिहार बनाने के लिए है और यही चुनाव तय करेगा की आने वाले सालों में बिहार के बच्चों का भविष्य क्या होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) वाले बिहार के बच्चों के लिए जो करना चाहते है, उसे उनके चुनाव प्रचार में देखा जा सकता है। उन्होंने कहा को यदि आप उनके चुनाव प्रचार में बज रहे गाने सुनेंगे तो आपको महसूस होगा कि इनका संदेश क्या है। उन्होंने कहा कि मासूम बच्चों से कहलाया जा रहा है कि उन्हें रंगदार बनना है और अब बिहार की जनता को तय करना है कि बिहार के बच्चों को रंगदार बनाना है या डॉक्टर बनना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों ने कमाल कर दिया है और पहले चरण के मतदान के बाद जंगल राज वालों को बिजली का झटका लगा है। उन्होंने कहा कि इस बात की चारों तरफ चर्चा है कि बिहार की महिलाओं और नौजवानों ने विकास को चुना है। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी ताकत जनता की ताकत है और सीतामढ़ी की जनसभा देखकर उस ताकत का एहसास भी हो रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार में कट्टा वालों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बच्चों के हाथ में लैपटॉप कंप्यूटर और किताबें दे रही है, खेल कूद के सामान दे रही हैं, लेकिन दूसरी तरफ महागठबंधन के लोग उन्हें कट्टा थमाने की फिराक में है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महागठबंधन के नेता अपने संतानों के लिए सपने देखते हैं। उन्हें मंत्री बनना चाहते हैं, नेता बनना चाहते हैं, लेकिन जनता जो मतदान करती है, उसके बच्चों को रंगदार बनाने की कोशिश हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बात को जनता समझ गयी है जिसका असर पहले चरण के चुनाव में साफ तौर पर दिखाई दिया।
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