महोबा , अक्टूबर 23 -- उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में पुलिस कप्तान ने खाकी की फजीहत कराने के आरोपी चरखारी क्षेत्र के गोरहारी पुलिस चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिस कर्मियों को गुरूवार को निलंबित करके लाइन हाजिर कर दिया।
पुलिस की मीडिया सेल द्वारा जारी सूचना के मुताबिक पुलिस अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने यह कार्यवाही सोशल मीडिया में यहां वायरल एक वीडियो को संज्ञान में लेकर की है. जिसमे गोरहारी चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक राकेश दीक्षित व उनके हमराही सिपाही कामिल व कुलदीप के साथ गुढ़ा गांव में कुछ महिलाओ द्वारा धक्का मुक्की करते हुये उनसे पैसे छीनते व खदेडते हुये दर्शाया गया है। आरोप है कि पुलिस चौकी प्रभारी ओर हमराही सिपाही बुधवार की शाम एक सूचना पर जुआ पकड़ने के लिए बगैर वर्दी के सिविल ड्रेस में गुढ़ा गए थे। पुलिस छापे को देख जुआड़ी तो मोके से भाग खडे हुये थे। पुलिस कर्मियों ने जुआ के फड़ पर छापा मार कर उन्होंने सबसे पहले वहां मौजूद रकम को समेट कर अपनी जेब के हवाले किया था।
अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह ने बताया कि गांव में बगैर वर्दी के कुछ लोगो के एकाएक पहुंचने ओर ग्रामीणों के पैसे छीन कर ले जाने की खबर फ़ैलते ही गुड़ा में बड़ी संख्या में महिलाये एकजुट हो गई और उन्होंने सम्बन्धित पुलिस कर्मियों को न सिर्फ घेर कर उनके साथ धक्का मुक्की करते हुये बेइज्जत किया बल्कि महिलाओ ने पुलिस कर्मियों से सारे पैसे छीन लिए ओर उन्हें खदेड़ कर भगा दिया। इस घटना की कुछ ग्रामीणों ने वीडियो बना ली ओर उसे सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया.जिसके बाद पुलिस की जमकर किरकिरी हुयी।
प्रकरण संज्ञान में आने पर पुलिस अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने गोरहारी चौकी इंचार्ज व पुलिस कर्मियों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कठोर कार्यवाही करते हुये उन्हें घटना की उच्च अधिकारियों को सूचना दिए बगैर कार्यवाही के लिए जाने का दोषी मान निलंबित कर दिया और बाद में लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस कप्तान द्वारा घटना की जांच के भी आदेश दिए गए है।
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