नोएडा , नवंबर 14 -- उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्धनगर जिला परिक्षेत्र नोएडा सेक्टर 39 थाना क्षेत्रांतर्गत सेक्टर 82 कट के नाले में नौ दिन पहले एक अज्ञात महिला का क्षत विक्षत शव मिलने से पुलिस महकमे सहित क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने शुक्रवार को हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि शव की सूचना पर मौके पर थाना 39 पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची जहां पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसके उपरांत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा नौ टीमों का गठन किया गया।
पुलिस ने बताया कि नोएडा सेक्टर 39 थाना पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि नाले में एक अज्ञात महिला का शव पड़ा हुआ है। जहां तत्काल मौके पर थाना पुलिस द्वारा पहुंचकर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और शव की शिनाख्त व घटना की जांच के लिए नौ टीमें तैयार की गई। जिसके पश्चात महिला के शव पैर में पहने हुए बिछुए की पहचान को आधार बनाकर खींचे गए फोटो द्वारा तलाश और छानबीन शुरू की गई। नौ टीम में करीब 59 दरोगा सहित 150 पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल से लगे और आस पास क्षेत्र के 5000 से अधिक कैमरे चैक किए और लगभग 1100 वाहनों को ट्रैक किया जिसके तहत करीब 44 गाडियों के मालिकों और चालकों से पूछताछ की।
पुलिस टीम की गहन छानबीन और लगातार जांच करते हुए सीसीटीवी फुटेज और तकनीक द्वारा घटना स्थल से एक दिन पहले पांच नवंबर को देर शाम करीब 8:30 बजे एक सफेद और नीले रंग की बस घटनास्थल से गुजरती हुई जो कि लाइट बन्द करके संदिग्ध अवस्था में जाती दिखी, जिसका पुलिस टीम के आपसी तालमेल और सहयोग से बस का नंबर ढूंढ निकाला जिसकी जानकारी करने पर पता चला कि बस एक सत्संग के लिए ड्राइवर मोनू सिंह चलाता है, जो सेक्टर 49 के बरौला गांव में रहता है।
जहां पूछताछ करते हुए पुलिस टीम बरौला पहुंची और अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त करते हुए गाड़ी के ड्राइवर की जानकारी ली गई जहां ये पता चला कि एक 32 वर्षीय महिला जिसका नाम प्रीति यादव उर्फ प्रीति देवी है जो पांच-छह दिन से लापता है।
पुलिस ने बताया कि दोनों का कुछ समय से विवाद चल रहा था, हत्यारोपी ड्राइवर से घटना के सम्बन्ध में जानकारी और उसकी तलाश के लिए मुखबिर की सूचना के आधार पर हत्यारोपी ड्राइवर को बरौला गांव के एक मकान से गिरफ्तार किया और पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि हत्यारोपी की मां और मृतक महिला बरौला स्थित पास ही के एक जींस की फैक्ट्री में एक साथ में काम करते थे। इस बीच मृतका और ड्राइवर के आपस में अवैध सम्बन्ध बन गए, और मृतक महिला द्वारा ड्राइवर से लगातार पैसों की मांग की जाने लगी पैसा न देने पर दोनों के बीच कहासुनी झगड़ा बढ़ने लगा जहां कभी-कभी दोनों के बीच कई बार लड़ाई भी हुई। मृतका द्वारा ड्राइवर को ब्लैकमेल कर ड्राइवर के तीनों बच्चों उसके दो बेटा एक बेटी को लेकर अनैतिक कार्यों की धमकी देने लगती थी। लगातार प्रताड़ना और ब्लैकमेल के चलते हत्यारोपी ड्राइवर ने गुस्से में महिला उसे रास्ते से हटाने की योजना बना डाली, जिसे अंजाम देने के लिए ड्राइवर हत्यारोपी पांच नवंबर को मृतक महिला के घर गया और उसके घर में रखे गंडासा को चोरी छुपे अपने साथ ले आया, जिसके बाद ड्राइवर महिला को बुलाकर बस में बैठाकर ले गया, जहां दोनों ने रास्ते में पराठा लिया, और एक जगह रुककर साथ में बस में बैठकर पराठा खाने लगे, इस दौरान दोनों के बीच फिर बातों बातों में कहासुनी हुई और गाली गलौच होने लगी।
जहां हत्यारोपी ड्राइवर द्वारा अपने साथ लाए गए गंडासे से महिला की गर्दन पर वार कर काट दिया और पहचान छुपाने के लिए उसके हाथ भी काट दिए और शव को रास्ते में ही नाले में फेंक दिया, फिर उसके शरीर अन्य अवशेष और आला कत्ल गंडासा गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार के पास सूखे नाले में फेंक दिए।
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