बांदा , अक्टूबर 16 -- कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताते हुये उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने गुरुवार को कहा कि महिला शक्ति को कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान में आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 24 हजार करोड रुपए की लागत की धन- धान्य कृषि योजना शुरू की। यह योजना प्रदेश की 12 जनपदों में संचालित होगी। केंद्र और प्रदेश सरकार की कृषि योजनाओं का कृषि विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं के लिये स्रोत और प्रोजेक्ट तैयार करें और कृषि छात्र - छात्राओं को इसका अध्ययन करने के लिये प्रेरित करें तथा योजनाओं की जानकारी किसानों को भी उपलब्ध कराई जाए।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित फसल बीमा और मृदा परीक्षण योजना से किसान लाभ हानि हो रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा बनाये गये 20 बड़े तालाब कृषि कार्य में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दो गुनी हो, किसान आत्मनिर्भर बने कि दिशा में सरकार निरंतर कार्यरत है।
उन्होंने किसानों को मौसमी कृषि की सलाह देते हुए कहा कि बुंदेलखंड में गौ आधारित कृषि हो, जैविक उत्पादों को बढ़ाया जाए। जिससे उत्पाद की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। जिससे बाजार में बेहतर मूल्य मिलेगा। किसान कृषि में रासायनिक खाद का उपयोग कम करें क्योंकि रासायनिक कृषि के उत्पाद से गंभीर बीमारी बढ़ती है। इसलिए गोबर की खाद का उपयोग करें।
आनंदीबेन ने ऑर्गेनिक कृषि की अपील करते हुए कहा कि छात्र - छात्राएं ऑर्गेनिक खेती के शोध से मेडल प्राप्त कर सकते हैं।
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