नागपुर , दिसंबर 14 -- महाराष्ट्र में सांप्रदायिक हिंसा और भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं में वृद्धि को लेकर राज्य विधानसभा में रविवार को गंभीर चिंता व्यक्त की गई। मराठवाड़ा क्षेत्र के एक विधायक ने कई मामलों का हवाला देते हुए सामाजिक माहौल के बिगड़ने की बात कही है।

छत्रपति संभाजीनगर के सिल्लोड निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अब्दुस सत्तार ने यह मुद्दा उठाते हुए, नांदेड़, जामनेर और जलगांव जिले सहित विभिन्न क्षेत्रों से रिपोर्ट हुई घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने चिंता जताई कि कुछ स्थानीय तत्व गलत तरीकों से धार्मिक भावनाओं को भड़का रहे हैं और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दे रहे हैं।

विधायक ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाने का एक बढ़ता पैटर्न दिख रहा है। विशेष रूप से सिल्लोड क्षेत्र की घटनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों को बांग्लादेशी नागरिक बताकर उनकी पहचान पर सवाल उठाया जा रहा है।

श्री सत्तार ने स्पष्ट किया कि वास्तव में बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन भारतीय नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है और व्यवस्था में उनके विश्वास को कमजोर कर सकता है। उन्होंने कहा कि निर्दोष नागरिकों को उत्पीड़न या संदेह का शिकार न बनाया जाए, इसके लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

विधायक ने आगे कहा कि कुछ मामलों में कथित तौर पर कुछ राजनीतिक दबाव के कारण पूरे समुदाय को झूठे आरोपों के जरिए निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि ऐसे झूठे मामले वापस लिए जाएं और न्याय हित में सच्चाई सामने लाई जाए।

उन्होंने केवल धार्मिक पहचान के आधार पर व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रवृत्ति की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा करना पूरी तरह गलत है। उन्होंने बताया कि आपराधिक व्यवहार किसी एक धर्म या समुदाय तक सीमित नहीं है और समाज के सभी वर्गों में असामाजिक तत्व मौजूद हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित