नयी दिल्ली , नवंबर 07 -- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को दलित विरोधी करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया और कहा कि महाराष्ट्र के एक प्रभावशाली मंत्री के बेटे को दलितों के लिए आरक्षित सरकारी जमीन कौडि़यों के भाव बेची जाती है लेकिन श्री मोदी इस पर कुछ नहीं बोलते।

उन्होंने कहा कि इस जमीन की कीमत 1800 करोड़ रुपए से अधिक है लेकिन राज्य सरकार के प्रभावशाली मंत्री के बेटे को कंपनी चलाने के लिए सरकार ने यह जमीन महज 300 करोड़ रुपए में बेच दी और स्टाम्प ड्यूटी में भी छूट भी दे दी। आश्चर्य की बात यह है कि खुद को दलितों का हितैषी बताने वाले प्रधानमंत्री मोदी इस बारे में मौन साध लेते हैं।

श्री गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को एक पोस्ट में कहा कि महाराष्ट्र में दलितों के लिए आरक्षित 1800 करोड़ रुपए की सरकारी ज़मीन सिर्फ़ 300 करोड़ रुपए में मंत्री जी के बेटे की कंपनी को बेच दी गई है। ऊपर से स्टाम्प ड्यूटी भी हटा दी। मतलब एक तो लूट और उस पर कानूनी मुहर में भी छूट।

कांग्रेस नेता ने कहा "ये है 'ज़मीन चोरी', उस सरकार की, जो खुद 'वोट चोरी'से बनी है। उन्हें पता है, चाहे जितना भी लूटें, वोट चोरी कर फिर सत्ता में लौट आएंगे। न लोकतंत्र की परवाह, न जनता की, न दलितों के अधिकार की।"उन्होंने ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह लुटेरों की लूट पर मौन हैं क्योंकि वे ही उनकी सरकार का आधार हैं। उन्होंने कहा "मोदी जी, आपकी चुप्पी बहुत कुछ कहती है - क्या आप इसीलिए खामोश हैं क्योंकि आपकी सरकार उन्हीं लुटेरों पर टिकी है जो दलितों और वंचितों का हक़ हड़पते हैं।"इसके साथ उन्होंने एक अखबार में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री तथा उनके बेटे की फोटो के साथ "1800 करोड़ की जमीन 300 करोड़ में खरीदी, 500 रुपए स्टांप ड्यूटी भरी...." शीर्षक से छपी खबर को भी पोस्ट किया है।

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