मुंबई , अक्टूबर 14 -- महाराष्ट्र सरकार ने द पीपल्स एजुकेशन सोसाइटी के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।

राज्य मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत इस पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य मुंबई और छत्रपति संभाजीनगर में स्थित नौ शैक्षणिक संस्थानों और दो छात्रावासों का नवीनीकरण, संरक्षण और आधुनिकीकरण करना है।

यह पहल भारतीय संविधान के निर्माता डा़ बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा मूल रूप से स्थापित इन शिक्षण केंद्रों के ऐतिहासिक और वैचारिक महत्व को संरक्षित करते हुए आवश्यक बुनियादी ढाँचे को उन्नत करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

8 जुलाई, 1945 को स्थापित द पीपल्स एजुकेशन सोसाइटी ज्ञान, करुणा, लोकतंत्र, समानता और न्याय सहित पाँच मार्गदर्शक सिद्धांतों पर काम करती है। यह वर्तमान में महाराष्ट्र और कर्नाटक में 12 कॉलेजों का प्रबंधन करता है, जिनमें से छह मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं, पाँच डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय से और एक सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से संबद्ध है।

मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत 500 करोड़ रुपये का आवंटन पाँच वर्षों में चरणबद्ध किश्तों में जारी किया जाएगा, जिससे कार्यान्वयन में निरंतर प्रगति और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।

अधिकारियों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस परियोजना का उद्देश्य न केवल बुनियादी ढाँचे का विकास करना है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए सुलभ, समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के डॉ. अंबेडकर के स्थायी दृष्टिकोण को भी पुष्ट करना है।

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