बुलढाणा , दिसंबर 03 -- महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और बुलढाणा जिले में 'जल-पुरुष' के नाम से मशहूर भारत राजाभाऊ बोंद्रे का मंगलवार को उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया।

वह 83 वर्ष के थे।

श्री बोंद्रे कई दशकों तक चिखली निर्वाचन क्षेत्र के सबसे प्रमुख राजनीतिक व्यक्तित्व बने रहे और कई बार वहाँ से विधायक चुने गये। उन्होंने पहली बार 1972 में कांग्रेस के टिकट पर महाराष्ट्र विधानसभा में प्रवेश किया और बाद में 1980, 1985 एवं 1990 में चुनाव जीतकर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।

अपने पूरे करियर में शरद पवार के करीबी सहयोगी रहे बोंद्रे ने राज्य मंत्रिमंडल में शिक्षा, उद्योग और सिंचाई सहित कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले। सिंचाई विभाग में उनके कार्यकाल के दौरान बुलढाणा जिले में कई छोटे और मध्यम स्तर की परियोजनाओं की शुरुआत और विस्तार हुआ।

श्री बोंद्रे के नेतृत्व में खड़कपर्णा और जिगाव सिंचाई योजनाओं जैसी प्रमुख परियोजनाएँ विकसित की गईं। इन परियोजनाओं ने ही उन्हें जल-पुरुष की ख्याति प्रदान की।

हाल के वर्षों में सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बाद भी श्री बोंद्रे ने सिंचाई अधिकारियों के साथ करीबी जुड़ाव बनाए रखा। उन्होंने नियमित रूप से चल रही परियोजनाओं पर 'फॉलो-अप' लिया और जरूरी सुझाव भी दिया।

श्री बोंद्रे के निधन पर बुलढाणा के निवासियों ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें ईमानदार एवं जन कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता रहने वाले नेता के रूप में वर्णित किया।

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