मुंबई , अक्टूबर 04 -- त्योहारों के मौसम में लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग ने राज्यभर में खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए एक व्यापक निरीक्षण अभियान शुरू किया है।

एफडीए मंत्री नरहरि जिरवाल के अनुसार, 'महाराष्ट्र का त्योहार खाद्य सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता' पहल के तहत चलाये गये इस अभियान में अब तक 1,594 मिठाई की दुकानों को शामिल किया जा चुका है और प्रयोगशाला परीक्षण के लिए 2,369 खाद्य नमूने एकत्र किये गये हैं।

श्री जिरवाल ने कहा कि इस अभियान में दूध, खोया (गाढ़ा दूध), घी, खाद्य तेल, मिठाइयां, सूखे मेवे और चॉकलेट सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य उत्पाद शामिल हैं।

अब तक प्राप्त 554 नमूनों की रिपोर्ट में से 513 को सुरक्षित और 26 को घटिया पाया गया, चार में लेबलिंग दोष थे और 11 नमूनों को उपभोग के लिए असुरक्षित माना गया।

शेष 1,815 नमूनों की रिपोर्ट अभी भी लंबित है।

एक बयान के अनुसार प्रवर्तन को मजबूत करने के लिए एफडीए ने 200 से अधिक सहायक आयुक्त (खाद्य) और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की भर्ती की है। ये पद 2022 से लंबित थे।

इसके अतिरिक्त नियामक निगरानी बढ़ाने के लिए वित्त विभाग को 750 नये पदों का प्रस्ताव भेजा गया है।

समय पर परीक्षण सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशाला में उल्लेखनीय सुधार किया गया है। एक बयान में कहा गया है कि नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर और पुणे में नयी खाद्य परीक्षण प्रयोगशालायें बनायी गयी हैं और जल्द ही इनका उद्घाटन किया जायेगा।

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