लखनऊ , दिसंबर 16 -- मनरेगा का नाम बदलने का कांग्रेस के विरोध के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आराेप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर चल रही योजना का नाम बदल रही है।
श्री यादव ने मंगलवार को कहा कि कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश की आजादी दिलाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है और देश की आत्मा जगाने का काम किया मगर जिनके अंदर आत्मा नहीं है वो न तो महात्मा में विश्वास करते हैं, न परमात्मा में। जिन महात्मा गांधी ने सत्य की लड़ाई जीवन भर लड़ी, उन्हें वो नकारात्मक लोग कैसे मान सकते हैं, जिनकी हर बात झूठी है। ये 'सत्य के प्रयोग' बनाम 'असत्य का दुरुपयोग' करनेवालों के बीच का संघर्ष है।
उन्होने कहा कि जिन्होंने 'राम-नाम' को शक्ति माना उनका नाम मिटाकर राम राज्य लाने का झूठ बोलने वाले अब निरंतर पतन की ओर हैं। मनरेगा में राज्यों पर खर्चे का भार बढ़ाकर दरअसल ग़रीब विरोधी भाजपाई लोग इस ग्रामीण आजीविका की योजना को अंदर-ही-अंदर ख़त्म करना चाहते हैं। भाजपाई तो पहले ही कह चुके हैं वो इसे स्मारक मानते हैं।
मनरेगा योजना का नाम बदलने जाने के विरोध में संसद परिसर में विपक्षी दलों के साथ प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बात करते हुए श्री यादव ने कहा कि हमने देखा की उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार ने सबसे ज्यादा नाम बदलने का काम किया है। दूसरी सरकारों के किये गये कार्यों और योजनाओं का नाम बदल दिया है और अब दिल्ली की भाजपा सरकार भी वही कर रही है। दोनों डबल इंजन सरकार केवल नाम बदल रही है। भाजपा के लोगों को अपना भी नाम बदल देना चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार बताए कि नाम बदलने से किसान, मजदूर को क्या लाभ होगा। सरकार बताए कि मनरेगा के काम के दिनों की संख्या 200 और 250 क्यों नहीं कर रही है।
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