पटना , अक्टूबर 07 -- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा ने मंगलवार को कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री के उम्मीदवार को लेकर कोई समस्या नहीं है और बिहार विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के चेहरे के साथ ही लड़ा जाएगा, जिसमे महागठबंधन की जीत होगी।
श्री राजा आज बिहार दौरे पर पटना पहुँचे। उनकी सीट साझा के लिए महागठबंधन के संयोजक तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ बैठक हुई। उन्होंने कहा कि बैठक सौहार्द पूर्ण वातावरण में हुई और भाकपा ने 24 सीटों की सूची तेजस्वी यादव को सौंपी है तथा सम्मानजनक सीटों की संख्या देने की मांग की है। इस बातचीत में भाकपा की ओर से राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा के साथ राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय, राष्ट्रीय सचिव संजय कुमार और राष्ट्रीय परिषद सदस्य अजय कुमार सिंह मौजूद थे।
भाकपा महासचिव ने आज पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में महागठबंधन की जीत होगी और तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री होंगे। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी है, लेकिन मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया को लेकर गंभीर चिंताएँ बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सवाल उठाए गए थे और सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही आधार और अन्य दस्तावेजों को पंजीकरण के लिए मान्यता दी गई थी, बावजूद इसके कई पात्र मतदाता, विशेष रूप से हाशिए पर पड़े समुदायों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग अभी भी मतदाता सूची से वंचित हैं।
श्री राजा ने कहा कि यह चुनाव आयोग का संवैधानिक कर्तव्य है कि वह प्रयास करे और सुनिश्चित करे कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी पात्र मतदाता को मताधिकार से वंचित करना जनादेश का अपमान और उपहास होगा।
भाकपा महासचिव ने सर्वोच्च न्यायालय के अंदर भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंके जाने की चौंकाने वाली घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह न्यायपालिका की गरिमा पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक न्यायाधीश पर हमला नहीं है, बल्कि पूरी न्यायपालिका और भारत के संविधान पर हमला है। उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथियों द्वारा फैलाया गया सांप्रदायिक और जातिवादी जहर इस हद तक पहुँच गया है कि एक दलित मुख्य न्यायाधीश को खुलेआम निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि समाज में न्याय की रक्षा के लिए इस मानसिकता को उजागर करने के साथ अलग-थलग और परास्त किया जाना चाहिए।
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