नयी दिल्ली , अक्टूबर 06 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण के माध्यम से समाज को आदर्शों, मर्यादा और मानवीयता का मार्ग दिखाया है।
श्रीमती गुप्ता ने आज यहाँ महर्षि वाल्मीकि जयंती से जुड़े तीन कार्यक्रमों में शिरकत की और लोगों के उनके आदशों पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हर धर्म और संस्कृति के पर्वों को समान सम्मान और भव्यता के साथ मना रही है। दिल्ली में अब हर धर्म और हर परंपरा को समान सम्मान मिल रहा है और यही सच्चे रामराज्य की परिकल्पना है। उन्होंने घोषणा की कि अब से हर वर्ष महर्षि वाल्मीकि जयंती पर दिल्ली में सार्वजनिक अवकाश रहेगा ताकि इस पर्व को पूरे हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दिल्ली सरकार ने बहुत बड़ी संख्या में संस्थाओं को सहयोग प्रदान किया है, जिससे यह पर्व ऐतिहासिक भव्यता के साथ मनाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि उनका जीवन इस बात का प्रतीक है कि समाज का हर वर्ग बिना किसी भेदभाव के एक साथ आगे बढ़े और प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाना है ताकि कोई भी नागरिक पीछे न रह जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली की प्रगति तभी संभव है जब हर वर्ग का उत्थान समान रूप से होगा।
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इन्द्राज ने कहा कि इस बार दिल्ली में एक विशेष पहल हुई कि पंजाब से भगवान वाल्मीकि की ज्योति लाई गई, जो दिल्ली के सभी रामलीलाओं में स्थापित की गई है। यह एकता और समरसता का प्रतीक है, जो भगवान वाल्मीकि के विचारों को मूर्त रूप देता है। यही समरसता आज के समाज में सबसे बड़ी प्रेरणा है।
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