मास्को, सितंबर 30 -- जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा पट्टी के लिए समझौता योजना को संघर्ष समाप्त करने का "सर्वश्रेष्ठ अवसर" बताया है।
जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन कोर्नेलियस ने आज यह जानकारी दी।
श्री ट्रंप ने कल गाजा संघर्ष को सुलझाने के लिए एक 20-सूत्रीय योजना का प्रस्ताव किया। प्रस्ताव में अन्य बातों के अलावा तत्काल युद्धविराम और 72 घंटों के भीतर बंधकों की रिहाई का आह्वान किया गया है।
प्रस्ताव में यह भी प्रावधान है कि फ़िलिस्तीनी आंदोलन हमास और "अन्य समूहों" को गाजा पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शासन करने में अपनी भागीदारी छोड़नी होगी। इस परिक्षेत्र का शासन एक "तकनीकी, गैर-राजनीतिक फ़िलिस्तीनी समिति" द्वारा किया जाएगा, जिसकी देखरेख श्री ट्रंप की अध्यक्षता वाली एक अंतरराष्ट्रीय संस्था करेगी।
श्री कॉर्नेलियस ने एक बयान में कहा "चांसलर ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा कल पेश की गई गाजा पट्टी के लिए शांति योजना का स्वागत किया। श्री मर्ज़ अनुसार, यह योजना सात अक्टूबर, 2023 से चल रहे युद्ध को समाप्त करने का सबसे अच्छा अवसर बन गई है। इस योजना के लिए इज़रायल का समर्थन महत्वपूर्ण प्रगति दर्शाता है। अब हमास को सहमत होना चाहिए और शांति का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।"बयान में कहा गया है कि श्री मर्ज़ ने शांति स्थापित करने के उनके प्रयासों के लिए श्री ट्रंप का धन्यवाद किया। प्रवक्ता ने कहा कि जर्मन चांसलर ने इस प्रक्रिया में क्षेत्र के अरबी देशों और अन्य मुस्लिम देशों की भागीदारी का भी उल्लेख किया और हमास पर उनके प्रभाव के लिए उनका धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि इन महत्वपूर्ण दिनों में जर्मन सरकार अमेरिका, हमारे यूरोपीय पड़ोसियों और क्षेत्र में हमारे सहयोगियों के साथ निकट संपर्क में है। जर्मनी इस योजना के कार्यान्वयन में ठोस योगदान देने के लिए तैयार है।"उन्होंने कहा कि इससे पहले श्री मर्ज़ ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए जर्मन नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की। श्री कोर्नेलियस ने बताया कि चांसलर ने ज़ोर देकर कहा कि बंधकों और उनके परिवारों की पीड़ा तुरंत समाप्त होनी चाहिए और उन्होंने हमास से सभी बंधकों को रिहा करने का आह्वान किया।
जर्मन विदेश मंत्री जोहान वेडफुल ने सोमवार को कहा कि जर्मन सरकार ट्रंप की शांति योजना का "ठोस उपायों" के साथ समर्थन करने के लिए तैयार है। उन्होंने हमास को प्रभावित करने वाले सभी पक्षों से भी आह्वान किया कि वे आंदोलन को अमेरिकी नेता की योजना को स्वीकार करने के लिए मनाएँ।
उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर, 2023 को इज़रायल पर गाजा पट्टी से एक जोरदार रॉकेट हमला हुआ। इसके अलावा हमास के लड़ाकों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ की, सेना और नागरिकों पर गोलीबारी की और लोगों को बंधक बना लिया।
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