मुंबई, सितंबर 27 -- शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मराठी समुदाय को विभाजित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
श्री राउत ने यहां संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि भाजपा का एकमात्र उद्देश्य महाराष्ट्र या मुंबई का हित नहीं, बल्कि क्षेत्रीय वोटों को विभाजित करना है। उन्होंने भाजपा पर इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को "हथियार" के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने जोर दिया कि भाजपा को शिंदे या पवार से कोई सच्चा लगाव नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि उनका असली उद्देश्य बालासाहेब ठाकरे द्वारा स्थापित मूल शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में फूट डालना है। उन्होंने कहा कि भाजपा की अंतिम योजना सत्तारूढ़ महायुति (महागठबंधन) के बैनर तले चुनाव लड़कर "मुंबई को निगलने" की है। उन्होंने शिंदे की पार्टी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की "बेनामी कंपनी" बताया।
श्री राउत ने याद दिलाया कि जब शिवसेना अविभाजित थी तब पार्टी यह तय करती थी कि भाजपा को कितनी सीटें देनी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शिंदे गुट में "ठेके के आदमी" शामिल हैं, जिन्हें मुंबई नगर निकाय चुनावों में मराठी वोटों को बांटने का भाजपा ने ठेका दिया है। उन्होंने भाजपा के साथ उनके गठबंधन को "अप्राकृतिक" बताया और कहा कि भाजपा ठाणे में स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने पर अड़ी है और अजित पवार स्थानीय निकाय चुनावों में भी ऐसा ही रुख अपनाते हैं।
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