कोलकाता , अक्टूबर 16 -- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को पर्यटकों से दार्जिलिंग दोबारा आने की अपील की और आश्वासन दिया कि भूस्खलन के बाद पहाड़ियों में सुरक्षा और संपर्क व्यवस्था तेज़ी से बहाल की जा रही है।
सुश्री बनर्जी ने दार्जिलिंग के महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद संवाददाताओं से कहा, "मैंने यहाँ कई पर्यटकों से बात की है। भूस्खलन के बाद पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आयी है। हम पहले ही पहाड़ियों से लगभग 1,500 पर्यटकों की वापसी की व्यवस्था कर चुके हैं। मैं सभी से वापस आने और दार्जिलिंग की सुंदरता का आनंद लेने का आग्रह करती हूँ।" उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग जाने वाले दो प्रमुख मार्ग तिंधरिया और पंखाबारी बहाल कर दिए गए हैं और रोहिणी मार्ग दो सप्ताह के भीतर फिर से खुलने की उम्मीद है।
उन्होंने महाकाल मंदिर की अपनी यात्रा के दौरान बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को खड़ी चढ़ाई वाले रास्ते पर चलने में कठिनाई होते देख अधिकारियों को मंदिर को और अधिक सुलभ बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, "मंदिर तक आसानी से पहुँचने में उनकी मदद के लिए जल्द ही एक इलेक्ट्रिक वाहन या 'ग्रीन कार' सेवा शुरू की जाएगी।"आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) ने इस सेवा को लागू करने के लिए मंदिर समिति को एक इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराने पर सहमति जताई है।
सुश्री बनर्जी ने सिलीगुड़ी के पास एक नया महाकाल मंदिर बनाने की योजना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, "जिस तरह हमने जगन्नाथ धाम और राजारहाट में आगामी 'दुर्गांगन' का विकास किया है, उसी तरह हम सिलीगुड़ी के पास एक महाकाल मंदिर परियोजना की योजना बना रहे हैं। ज़मीन की पहचान कर ली गई है, एक ट्रस्ट का गठन किया गया है, और मैंने व्यक्तिगत रूप से वास्तुशिल्प डिज़ाइन की समीक्षा की है।"उन्होंने कहा कि प्रस्तावित स्थल में एक कन्वेंशन सेंटर भी शामिल होगा और इसे राज्य सरकार के सहयोग से विकसित किया जाएगा। एक समर्पित ट्रस्ट के माध्यम से संचालित एक निजी संगठन इस परियोजना की देखरेख करेगा।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित