चंडीगढ़ , दिसंबर 21 -- पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के नेतृत्व में रविवार को खरड़ में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के संबंध में फैसले के विरोध में एक विशाल प्रदर्शन किया।

धरने को संबोधित करते हुए, वड़िंग ने भाजपा सरकार के फैसले की कड़ी निंदा की और कहा कि यह न केवल तानाशाही है, बल्कि इसका उद्देश्य दलितों, पिछड़ों और समाज के दबे-कुचले वर्गों को निशाना बनाना है, जो आमतौर पर भाजपा को वोट नहीं देते। उन्होंने आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार से कहा कि यदि वह वास्तव में समाज के हाशिए पर खड़े वर्गों की मदद करना चाहती है, तो उसे राज्य में मनरेगा के विकल्प के तौर पर कोई वैकल्पिक योजना लेकर आनी चाहिए।

वड़िंग ने कहा कि मगरमच्छ के आँसू बहाने के बजाय राज्य सरकार को अपनी ठोस योजना पेश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि 'आप' सरकार के इरादे सच में ईमानदार होते, तो वह अपने संसाधनों से व्यवस्था करती, न कि झूठे प्रचार और दिखावटी राजनीति का सहारा लेती। उन्होंने कहा कि जहां भाजपा का दलित और पिछड़ा विरोधी रुख किसी से छिपा नहीं है, वहीं 'आप' भी इससे कम नहीं है, क्योंकि वह अपनी 'ए-टीम' (भाजपा) के नक्शे-कदम पर चल रही है।

वड़िंग ने कहा कि 'आप' सरकार पहले ही मनरेगा को सही तरीके से लागू करने में असफल रही है, जबकि इस योजना में केंद्र सरकार 90 प्रतिशत और राज्य सरकार को मात्र 10 प्रतिशत योगदान देना होता था। उन्होंने कहा कि अब केंद्र द्वारा राज्य का हिस्सा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत किए जाने से पंजाब में यह योजना पूरी तरह खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जब 'आप' सरकार अपनी ही पैदा की गई वित्तीय बदहाली के कारण 10 प्रतिशत हिस्सा भी नहीं दे सकी, तो हम उससे 40 प्रतिशत योगदान की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देते हुए, कहा कि 'आप' सरकार की पूरी तरह नाकामी के बावजूद, कांग्रेस मनरेगा को खत्म करने के खिलाफ सरकार के साथ खड़ी है।

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