भोपाल , अक्टूबर 24 -- मध्यप्रदेश पुलिस ने गौवंश तस्करी के खिलाफ प्रदेशभर में सतत और सशक्त अभियान चलाकर दो माह में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देशानुसार, जीरो टॉलरेंस नीति के तहत राज्यभर में किए गए 102 प्रकरणों में 918 गौवंश मुक्त कराए गए और 193 आरोपी गिरफ्तार किए गए। इस दौरान तस्करी में प्रयुक्त सैकड़ों वाहन भी जप्त किए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि "गौमाता की सेवा हमारी संस्कृति और संस्कारों का परिचायक है। अवैध गौ तस्करी एवं गोवंशीय अपराधों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है।" इसी भावना के अनुरूप पुलिस ने राज्यभर में गौ संरक्षण का सशक्त अभियान चलाया।
डीजीपी कैलाश मकवाणा ने निर्देश दिए कि गौवंश तस्करी की सूचना मिलते ही तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि प्रदेश में गौ संरक्षण और कानून व्यवस्था दोनों सशक्त रहें।
अभियान के दौरान विभिन्न जिलों में हुई प्रमुख कार्यवाहियों की बात करें तो सिवनी: 13 कार्रवाइयों में 170 गौवंश मुक्त, 25 आरोपी गिरफ्तार। बड़वानी: 11 कार्रवाइयों में 162 गौवंश मुक्त। बैतूल: 13 प्रकरणों में 93 गौवंश मुक्त, 24 आरोपी गिरफ्तार। बालाघाट: 11 प्रकरणों में 93 गौवंश मुक्त, 24 आरोपी गिरफ्तार। खरगोन: 17 प्रकरणों में 73 गौवंश मुक्त, 24 आरोपी गिरफ्तार किए गए वही अन्य जिलों जैसे रतलाम, बुरहानपुर, रायसेन, पांढुर्ना, मंदसौर, रीवा, उमरिया, पन्ना, राजगढ़, अनुपपुर, गुना, विदिशा, इंदौर, धार और भोपाल ग्रामीण में भी पुलिस ने सक्रिय अभियान चलाते हुए कई तस्करों को गिरफ्तार किया। विशेष रूप से भोपाल ग्रामीण पुलिस ने अवैध गोमांस परिवहन के दो प्रकरणों में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया और तीन मामलों में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कड़ी कार्रवाई की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार गौवंश संरक्षण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस अभियान से स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश में गौ माता के विरुद्ध कोई भी अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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