भोपाल , अक्टूबर 29 -- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का 70वां स्थापना दिवस इस वर्ष "अभ्युदय मध्यप्रदेश" के रूप में उत्साह, हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाया जाएगा। यह मुख्य आयोजन 1 से 3 नवम्बर तक भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में होगा। समारोह की थीम "उद्योग एवं रोजगार वर्ष" पर केंद्रित है, जो प्रदेश की निरंतर प्रगति, सांस्कृतिक समृद्धि और जनभागीदारी का प्रतीक है। कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू एवं केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र भावसिंह लोधी ने बताया कि "अभ्युदय मध्यप्रदेश" केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि प्रदेश की परंपरा, प्रगति और परिश्रम की यात्रा का उत्सव है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में इस आयोजन को प्रदेशव्यापी स्वरूप दिया जा रहा है, ताकि हर जिला इस उत्सव से जुड़ सके।

राज्य मंत्री श्री लोधी ने बताया कि समारोह प्रतिदिन शाम 6:30 बजे से प्रारंभ होगा।

पहले दिन 2000 ड्रोन "विरासत से विकास" की थीम पर आकाश में आकर्षक आकृतियाँ बनाकर प्रदेश की गौरवगाथा प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद 500 से अधिक कलाकारों द्वारा "विश्ववंद - श्रीकृष्ण की सांगीतिक यात्रा" की सामूहिक प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम के समापन पर प्रसिद्ध पार्श्वगायक श्री जुबिन नौटियाल एवं उनका ग्रुप सुगम संगीत की प्रस्तुति देंगे।

दूसरे दिन 2 नवम्बर को उज्जैन की विशाला सांस्कृतिक समिति द्वारा महानाट्य "सम्राट विक्रमादित्य" का मंचन किया जाएगा। इसके पश्चात प्रसिद्ध गायक श्री हंसराज रघुवंशी अपने गीतों की प्रस्तुति देंगे। तीसरे और अंतिम दिन 3 नवम्बर को दर्शकों की मांग पर महानाट्य "सम्राट विक्रमादित्य" का पुनः मंचन होगा और समापन सुप्रसिद्ध गायिका स्नेहा शंकर की संगीत प्रस्तुति से होगा।

राज्य मंत्री श्री लोधी ने बताया कि समारोह स्थल पर "एक जिला-एक उत्पाद (ODOP)" शिल्प मेला, "स्वाद" देशज व्यंजन मेला और विविध प्रदर्शनियाँ लगाई जाएंगी। इनमें "विकसित मध्यप्रदेश 2047", "मध्यप्रदेश का गौरव", "विक्रमादित्य और अयोध्या", "मध्यप्रदेश के मंदिर-देवलोक", और "विरासत से विकास" जैसे विषयों पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त, 2 एवं 3 नवम्बर को दोपहर 3 बजे से करमा, भगोरिया, बधाई, गणगौर, मोनिया जैसे जनजातीय और लोक नृत्यों की प्रस्तुतियां होंगी।

श्री लोधी ने कहा कि यह आयोजन केवल भोपाल तक सीमित नहीं रहेगा। राज्य सरकार ने सभी जिलों में भी समानांतर रूप से स्थापना दिवस समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें स्थानीय कलाकारों, स्कूल-कॉलेजों और सामाजिक संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी होगी। 30 एवं 31 अक्टूबर को सांस्कृतिक यात्राएं निकाली जाएंगी। 31 अक्टूबर को शाम 4 बजे माता मंदिर चौराहा से रोशनपुरा चौराहा तक महानाट्य के पात्रों और जनप्रतिनिधियों की विशेष झांकी निकाली जाएगी।

इसी के साथ युवाओं को जोड़ने के लिए 29 अक्टूबर को विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रतियोगिताएँ आयोजित की जा रही हैं। राज्य मंत्री श्री लोधी ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे सपरिवार इस भव्य आयोजन में शामिल होकर "अभ्युदय मध्यप्रदेश" के साक्षी बनें।

मंत्री श्री लोधी ने आज कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान अपर मुख्य सचिव गृह, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग शिव शेखर शुक्ला, संस्कृति संचालक एन.पी. नामदेव, भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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