चेन्नई , नवंबर 21 -- तमिलनाडु में सत्ताधारी द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) और उसके सहयोगी दलों ने शुक्रवार को मदुरै मेट्रो रेल परियोजना के लिए इजाज़त देने से मना करने पर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
मंदिरों के शहर मदुरै में हुआ यह प्रदर्शन द्रमुक के नेतृत्व वाले सेक्युलर प्रोग्रेसिव अलायंस (एसपीए) के बैनर तले किया गया था। एसपीए के वरिष्ठ नेताओं और ज़िले के अधिकारियों ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया। इस प्रदर्शन में द्रमुक के कार्यकर्ताओं के अलावा गठबंधन में शामिल पार्टियों के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
प्रदर्शनकारियों ने मदुरै में मेट्रो रेल परियोजना के लिए इजाज़त देने से मना करने और शहर के विकास में रुकावट डालने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए नारे लगाए। उन्होंने केंद्र पर तमिलनाडु को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के राजस्व के बंटवारे में भेदभाव करके और एसएसए के तहत विद्यालय शिक्षा केंद्र के लिए निधि जारी करने से मना करके तमिलनाडु के साथ अन्याय किया गया है। इसके बाद अब कोयंबटूर और मदुरै मेट्रो रेल प्रोजेक्ट्स को मंज़ूरी देने से मना कर दिया गया है।
श्री स्टालिन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने मदुरै और कोयंबटूर मेट्रो रेल परियोजना को मना कर दिया है और द्रमुक की सहयोगी पार्टियां राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
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