मुरादाबाद, नवंबर 07 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने हाल के वर्षाें में मतदान प्रतिशत में वृद्धि होने को लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत बताते हुए बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत का दावा किया।

श्री चौधरी ने समाजवादी पार्टी (सपा) नेता आज़म ख़ान के बिहार ' जंगलराज ' वाले बयान को लालू-राबड़ी के बीते जमाने की राजनीति का हिस्सा बताते हुए ख़ारिज कर दिया। उन्होने कहा " बेचारे आज़म ख़ान बहुत समय से बिहार नहीं गए हैं। वह (आज़म ख़ान) शायद 'लालू-राबड़ी' के समय के बिहार की बात कर रहे हैं जबकि आज़ का बदलता बिहार राजग के नेतृत्व में निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है।"श्री चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध समाज में नकारात्मकता फैलाने के लिए विपक्ष का मुख्य एजेंडा है। सपा- कांग्रेस पहले से ही चुनावों के दौरान मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं जैसे चुनाव आयोग और सरकारी मशीनरी को लांछित करने का काम कर रही है। हालांकि जनता विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को नकार चुकी है।

उन्होंने कहा कि भाजपा का मूल सिद्धांत विकास और सुशासन पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि 20 वर्ष बाद शुरू हुई एसआईआर का काम मुख्य रूप से भारत में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता सूची की विसंगतियों को दुरुस्त करना है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एसआईआर का हवुव्वा खड़ा करने के बाद विदेश चले गए थे वह अब फिर से अवतरित हो गए हैं। श्री चौधरी ने विपक्ष की आलोचना के साथ साथ भाजपा की 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान और मतदाता पुनरीक्षण जैसे कार्यक्रमों का भी जिक्र किया। समाजवादी पार्टी (सपा) के टीवी पैनलिस्ट राजकुमार भाटी द्वारा पश्चिम उत्तर प्रदेश में पीडीए की आड़ में गांव गांव 'गुर्जर चौपाल' आयोजित करने के सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है।वो समाज को जातियों में बांटने की बात करते हैं जबकि भाजपा सबको साथ लेकर चलने की बात करती है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मोदी-योगी की 'सबका साथ सबका विकास' नीतियों से जनता का पार्टी के प्रति विश्वास और मज़बूत हुआ है, तथा आगामी चुनावों में भाजपा की जीत निश्चित है। वंदेमातरम गीत प्रत्येक भारतीय के हृदय में नई ऊर्जा और एकता का संचार करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुरादाबाद समेत मेरठ , गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, बरेली ,शाहजहांपुर , मथुरा, झांसी, अयोध्या, प्रयागराज , आगरा, अलीगढ़, गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद आदि स्थानों पर हो रहे हैं। आगामी आठ नवंबर से 15 नवंबर तक सभी जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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