नयी दिल्ली , अक्टूबर 22 -- बिहार के बाद सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की तैयारियों की समीक्षा के लिए चुनाव आयोग की ओर से मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) का दो दिवसीय सम्मेलन बुधवार को राजधानी में शुरू हुआ।

यहां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र एवं चुनाव प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम) में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में चल रहे इस सम्मेलन में आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी भी भाग ले रहे हैं।

आयोग की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस बैठक में पहले दिन एसआईआर के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के कार्यालयों की तैयारियों का आकलन किया गया।

इससे पहले 10 सितंबर भी राष्ट्रीय स्तर पर एसआईआर तैयारियों के सिलसिले में राजधानी में इसी तरह का एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। आज की कार्रवाई में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से अपने-अपने यहां मतदाताओं की संख्या, पिछली एसआईआर की अर्हता तिथि और पिछली पूर्ण एसआईआर के अनुसार मतदाता सूची का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

आयोग ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पिछली एसआईआर के बाद तैयार मतदाता सूची के साथ वर्तमान मतदाताओं का मिलान करने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को पहले जारी किये गये निर्देशों पर हुयी प्रगति की भी समीक्षा की।

उल्लेखनीय है कि बिहार में इस समय चल रहे विधान सभा चुनावों से पहले आयोग ने जून में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू की और नयी सूची अगस्त के अंत में प्रकाशित की गयी। बिहार में एसआईआर का कांग्रेस समेत विपक्षी दलों और कई गैर सरकारी संगठनों ने जबर्दस्त विरोध किया था और कई पक्षों ने इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी । न्यायालय ने इस मामले में कोई स्थगन आदेश जारी करने से मना कर दिया था।

आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों ( डीईओ), मतदाता पंजीकरण अधिकारियों ( ईआरओ), सहायक मतदाता पंजीकरण अधिकारियों (एईआरओ), बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) और बूथ स्तरीय एजेंटो (बीएलए) की नियुक्ति और प्रशिक्षण की स्थिति की भी जानकारी प्राप्त की और सीईओ को आवश्यक निर्देश दिये।

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