भोपाल , दिसंबर 24 -- मध्यप्रदेश की राजधानी स्थित भोपाल सेंट्रल जेल में बंद एक विचाराधीन बंदी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में करीब सात माह से जेल में बंद था। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार विदिशा निवासी रोशन पंथी (21) पुत्र भैयालाल पंथी की सोमवार शाम अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। बेहोशी की हालत में उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
बताया गया है कि रोशन की बहन से उसकी आखिरी मुलाकात आठ दिन पहले हुई थी। उस दौरान उसने सीने में तेज दर्द की शिकायत की थी और यह भी पूछा था कि वह कब तक जेल से बाहर आ पाएगा।
छोला मंदिर थाना क्षेत्र में रहने वाली 16 वर्षीय नाबालिग रिश्तेदार किशोरी ने करीब सात महीने पहले रोशन के खिलाफ दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि उसने घर में घुसकर ज्यादती की। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मृतक के पिता भैयालाल पंथी ने आरोप लगाया कि बेटे को जेल में समय पर उचित इलाज नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम एक पुलिसकर्मी का फोन आया कि बेटे की हालत गंभीर है और तुरंत भोपाल पहुंचें। अस्पताल पहुंचने पर रोशन वेंटिलेटर पर था और उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। डॉक्टरों ने स्पष्ट रूप से बीमारी की जानकारी नहीं दी। जवान बेटे की अचानक मौत से परिवार सदमे में है और निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।
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