भोपाल , अक्टूबर 24 -- मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इस वर्ष आयोजित होने वाला 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा पहले से अधिक भव्य और संगठित रूप में आयोजित किया जा रहा है। 14 से 17 नवंबर तक भोपाल ले लगे ईटखेड़ी में होने वाले इस विश्वस्तरीय आयोजन में करीब 12 लाख जायरीन के आने की संभावना जताई गई है। इज्तिमा कमेटी ने पिछले वर्ष की तुलना में तैयारियों में लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि की है।
इज्तिमा कमेटी के मीडिया प्रभारी डॉ. उमर हफीज ने बताया कि इस बार मुख्य पंडाल का क्षेत्रफल 100 एकड़ से बढ़ाकर 120 एकड़ कर दिया गया है। जायरीन की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए पार्किंग एरिया को 300 एकड़ से अधिक तक विस्तारित किया गया है। पार्किंग व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए कुल 70 पार्किंग जोन बनाए जा रहे हैं।
पूरे आयोजन की व्यवस्था लगभग 30 हजार प्रशिक्षित और अनुभवी लोगों के हवाले की गई है। इनमें से 25 हजार वॉलंटियर्स इज्तिमा कमेटी के हैं, जबकि शेष 5 हजार नगर निगम, प्रशासन और पुलिस बल से जुड़े हैं। ये सभी सफाई, सुरक्षा, ट्रैफिक और पंडाल व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इज्तिमा स्थल पर लाइटिंग, साउंड, पानी और खानपान व्यवस्था को 20 प्रतिशत तक सुदृढ़ किया गया है। सर्विस एरिया में अतिरिक्त ट्यूबवेल और जल टैंकर लगाए जा रहे हैं। फूड ज़ोन का आकार बढ़ाया गया है ताकि जायरीन को भोजन के लिए लंबी कतारों में न लगना पड़े।
आयोजन स्थल पर प्रशासन और कमेटी की संयुक्त टीम फायर सेफ्टी, मेडिकल यूनिट और ट्रैफिक कंट्रोल की निगरानी करेगी। सुरक्षा कारणों से पंडाल की क्षमता 1.80 लाख से घटाकर 1.40 लाख रखी गई है। एंट्री और एग्ज़िट पॉइंट्स को पुनः डिजाइन किया गया है ताकि आवागमन सुचारू रहे।
भोपाल का आलमी तब्लीगी इज्तिमा विश्व के पांच सबसे बड़े इस्लामिक आयोजनों में से एक है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश तीनों देशों में इसका आयोजन होता है। पिछले वर्ष इस इज्तिमा में दस लाख से अधिक जायरीन शामिल हुए थे, जबकि इस बार संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
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