नयी दिल्ली , दिसंबर 19 -- पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति को लेकर शुक्रवार को चौथी उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की और एक सप्ताह के भीतर वायु गुणवत्ता की स्थिति में स्पष्ट सुधार सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये।
श्री यादव ने प्रदूषण की स्थिति को लेकर इसी माह आज चौथी उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। पहली उच्च स्तरीय बैठक तीन दिसंबर को आयोजित की गयी थी। शुक्रवार को हुई बैठक में श्री यादव के साथ मंत्रायल में राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह के साथ ही मंत्रालय के सचिव, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के अध्यक्ष, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारी उद्योग मंत्रालय, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री ने बैठक में कहा कि दिल्ली-एनसीआर में खराब वायु गुणवत्ता की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है और यह समस्या लगातार बढ़ रही है। इस संकट के निवारण के लिए कार्य योजनाओं की समीक्षा की जा रही है और अगले महीने से हर महीने मंत्री स्तर पर इसकी समीक्षा की जाएगी। राज्य सरकारों से कहा गया कि वे सभी एनसीआर शहरों की भविष्य में प्रस्तुत की जाने वाली कार्य योजनाओं को अपने अधिकार क्षेत्र में समायोजित करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि कार्यान्वयन संबंधी बाधाओं को उच्च स्तरीय अंतर-राज्यीय समन्वय बैठकों के माध्यम से दूर किया जाएगा।
श्री यादव ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकारों और नगर निकायों के किए गए उपायों पर अलग-अलग प्रस्तुतियों की समीक्षा की और इस बात पर जोर दिया कि इन कार्रवाइयों की गति को तब तक बनाए रखना आवश्यक है जब तक कि पूरे एनसीआर में वायु गुणवत्ता में स्पष्ट सुधार न हो जाता है।
उन्होंने यह भी साफ किया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा कि इससे आम लोगों को अनावश्यक असुविधा नहीं हो। चिन्हित मुद्दों को सुधारात्मक कार्रवाई के माध्यम से हल किया जाएगा, जिसकी समीक्षा 15 दिनों में की जाएगी।
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