कपूरथला , अक्टूबर 18 -- पंजाब के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा रोपड़ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक हरचरण सिंह भुल्लर की गिरफ्तारी को आम आदमी पार्टी (आप) से सीधे जुड़ा सबसे बड़ा भ्रष्टाचार कांड बताया और कहा कि उसकी 'कट्टर ईमानदार' राजनीति की स्वघोषित छवि पर करारा प्रहार करार दिया।
श्री खैरा ने कहा कि भुल्लर के पास से भारी मात्रा में नकदी, सोना और संपत्ति की चौंकाने वाली बरामदगी, श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार और उसके पुलिस विभाग की भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से विफलता को उजागर करती है।
उन्होंने कहा कि अगर भुल्लर जैसा एक भी व्यक्ति आप की निगरानी में इतनी बड़ी अवैध संपत्ति अर्जित कर सकता है, तो यह पंजाब की शीर्ष पुलिस और सिविल नौकरशाही के साथ-साथ आप के राजनीतिक हलकों में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहरायी और पैमाने को दर्शाता है।
श्री खैरा ने कहा, " सीबीआई द्वारा डीआईजी भुल्लर की गिरफ्तारी ने आप के स्वच्छ शासन के झूठे दावे की धज्जियां उड़ा दी हैं। इस घोटाले ने पार्टी के ईमानदारी के प्रतीक होने के दावों को पूरी तरह से तोड़ दिया है।" उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की चुप्पी अपराध और मिलीभगत की स्वीकारोक्ति के समान है। उन्होंने कहा कि सीबीआई के हस्तक्षेप से पहले इतने बड़े घोटाले का पता लगाने में सतर्कता ब्यूरो की विफलता, आप के शासन में इसके दुरुपयोग को उजागर करती है।
उन्होंने कहा, " भ्रष्टाचार से निपटने के बजाय, सतर्कता ब्यूरो को आप के राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने और डराने के लिए हथियार बनाया गया है, जैसा कि हम कांग्रेस में बार-बार आरोप लगाते रहे हैं। "उच्चतम स्तर पर जवाबदेही की मांग करते हुए श्री खैरा ने मांग की कि आप सरकार पंजाब की जनता के सामने अपना अपराध स्वीकार करे और एक स्वतंत्र न्यायिक जांच शुरू की जाये, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार बिना किसी रोक-टोक के कैसे पनप रहा है।
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