लखनऊ , अक्टूबर 9 -- कांशीराम की पुण्यतिथि पर गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की महारैली में आई भीड़ को देखकर उत्साहित पार्टी अध्यक्ष मायावती ने दावा किया कि 2027 में उनकी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में बनना तय हो गया है।
वर्ष 2021 में इस स्थल पर आयोजित रैली के बाद सार्वजनिक तौर पर मायावती की लखनऊ में यह पहली रैली थी। जिसमे आई भीड़ को देखते हुए मायावती ने कहा कि 2027 में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनेगी। स्मारक स्थल पर कांशीराम को श्रद्धांजलि देते हुए मायावती ने कहा कि भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता लखनऊ पहुंचे हैं। रैली में पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड राज्यों से आए समर्थक भी शामिल हैं।
महारैली को देखते हुए पार्टी की तरफ से पांच लाख भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए हर जिले से कार्यकर्ताओं व समर्थकों के आगमन को लेकर परिवहन की व्यवस्था पदाधिकारियों और नेताओं की तरफ से की गई थी। वहीं दूसरे प्रदेशों में शामिल हरियाणा, पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों से भी पदाधिकारी व समर्थक आये थे। खचाखच भीड़ से भरे रैली स्थल को लेकर पार्टी के नेताओं का दावा है कि अपेक्षा के अनुरूप काफी संख्या में समर्थक आये हैं।
रैली स्थल पर अम्बेडकरनगर से आये ओमप्रकाश ने कहा " हम 2027 में बहन जी की सरकार बनाने आये हैं। अगर वोट चोरी नहीं होता तो बहन जी की सरकार तो पिछली बार ही बन जाती। ईवीएम मशीन के जरिये भाजपा वोटों की चोरी करती है।"शाहजहांपुर से आई सलमा ने कहा कि वह बहन जी की सरकार बनाने आई हैं और 2027 में बहन जी की ही सरकार बनेगी। बहन जी के अलावा और कोई नही है जो मुस्लिमों की हितैषी हो। समाजवादी पार्टी केवल मुस्लिम वर्ग को वोट के लिए इस्तेमाल करती है, वो भी भाजपा का भय दिखा कर। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो अभी उसे वापसी के लिए काफी काम करना होगा।
आगरा से आये रामफेर ने कहा कि 2027 में बहुजन की सरकार बनेगी। उन्होंने कांग्रेस, भाजपा व सपा पर जातिवादी पार्टी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह केवल अपना मतलब साधना जानती है। हिंदुस्तान में एक बहन जी ही हैं, जो बहुजन समाज की बात करती हैं।
रसड़ा, बलिया से आये सुदर्शन ने कहा कि उनकी नेता बहन जी और विधायक उमाशंकर सिंह हैं। जिनके अलावा उन्हें कोई नेता पसंद नही है। उन्होंने कहा कि 2027 में बहन जी की सरकार बनाने के लिए हम सभी लोग तैयार हैं। एक बहन जी ही हैं, जो हम दलितों की बात करती हैं।
महोबा से आये भगतराम ने बताया कि जब बहन जी की सरकार थी, तब हम लोगों को काफी सुविधाएं मिलती थीं। इसलिए वह बहन जी की सरकार बनाने लखनऊ महारैली में शामिल होने आये हैं। उन्होंने कहा कि बहन जी की सरकार में कानून का राज था। गुंडा-बदमाश सब बिल में छिपे रहते थे।
गौरतलब है कि 2021 बसपा प्रमुख मायावती ने 9 अक्तूबर को ही कांशीराम स्मारक स्थल में रैली की थी। तब कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने थे। यह बात दीगर है कि 2022 के चुनाव में बसपा महज़ एक सीट पर ही जीत सकी थी। इस बार भी उन्होंने रैली के लिए वही तारीख और वही स्थान चुना है।
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