भिण्ड , नवम्बर 2 -- देवउठनी एकादशी पर मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में उस समय हड़कंप मच गया जब महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने एक नाबालिग युवक की शादी रुकवा दी। उत्तरप्रदेश के मैनपुरी से आई इस बारात में परिजनों ने युवक की उम्र छिपाकर विवाह कराने का प्रयास किया था।

महिला बाल विकास विभाग की टीम ने जब आयोजन समिति से विवाह करने वाले जोड़ों के दस्तावेज मांगे और उनकी जांच की, तो मैनपुरी के किरपुआ निवासी युवक की उम्र 19 वर्ष 5 माह पाई गई। विवाह योग्य आयु पूर्ण न होने पर टीम ने तत्काल विवाह की प्रक्रिया रोक दी।

यह सामूहिक विवाह भिण्ड शहर के बाइपास रोड स्थित संस्कृति मैरिज गार्डन में बांके बिहारी सेवा समिति द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें 11 जोड़ों का विवाह होना था। इस दौरान ग्वालियर, दतिया, मैनपुरी सहित आसपास के क्षेत्रों से कई परिवार विवाह हेतु पहुंचे थे।

महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रभारी परियोजना अधिकारी परशुराम शर्मा ने बताया कि विवाह से पूर्व दस्तावेजों की जांच में युवक की उम्र कम पाई गई, जिसके चलते विवाह रोका गया। उन्होंने कहा कि आयोजन समिति अध्यक्ष राहुल शर्मा ने जानकारी दी कि वर पक्ष ने दस्तावेज आयोजन से एक दिन पूर्व ही जमा किए थे और तैयारियों की व्यस्तता के कारण उनकी सही जांच नहीं हो सकी थी।

धरती सामाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं के सहयोग से टीम ने वर-वधु पक्ष को समझाया और नाबालिग युवक की शादी रोक दी। उल्लेखनीय है कि बांके बिहारी सेवा समिति द्वारा हर वर्ष गरीब परिवारों की बेटियों का सामूहिक विवाह कराया जाता है, जिसमें नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी का सामान भी प्रदान किया जाता है।

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