भिण्ड , अक्टूबर 24 -- मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले की मेहगांव उप जेल में बंद एक कैदी रामगोपाल जाटव (50) की बीमारी के चलते मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दवाइयां भिजवाने के बावजूद समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण रामगोपाल की हालत बिगड़ती चली गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रामगोपाल जाटव, गोरमी थाना क्षेत्र के पेटोलियापुरा के निवासी, को 18 जुलाई 2025 को छेड़खानी के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। कुछ दिनों से उसकी तबीयत खराब चल रही थी और उसने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी थी। परिवार ने उसकी बीमारी को देखते हुए दवाइयां भेजी थीं।

भाई दूज के दिन उसकी बहन जेल में उससे मिलने पहुंची और भाई की पूजा के साथ दवाइयां जेल प्रबंधन को सौंपीं। परिजनों का आरोप है कि जेल कर्मियों ने दवाइयां समय पर नहीं दीं, जिससे रामगोपाल की हालत अचानक बिगड़ गई। गंभीर स्थिति में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मृतक के बेटे संजय जाटव ने कहा कि उनके पिता के साथ जेल में अमानवीय व्यवहार किया गया और कई बार शिकायत करने के बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने जेल प्रबंधन की लापरवाही को पिता की मौत की मुख्य वजह बताया और न्याय की मांग की। घटना की जानकारी मिलते ही मेहगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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