भिंड , नवंबर 05 -- मध्यप्रदेश के भिंड में प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने प्रदेश में खाद की बिक्री पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने सहकारिता मंत्री डॉ. विश्वास सारंग को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि भिंड जिले के लहार और दबोह के वेयरहाउस से 10 हजार से ज्यादा डीएपी और यूरिया की बोरियां ब्लैक में बेची गईं। उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ सिंह ने अपने पत्र में लिखा कि मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ भोपाल के अंतर्गत आने वाले लहार और दबोह के वेयरहाउस से किसानों को मिलने वाली खाद की बोरियां ब्लैक में बेच दीं गईं। उन्होंने बताया कि गोदाम से लगभग 10 हजार से अधिक डीएपी, यूरिया और एनपीके की बोरियां 100 से 200 रुपए प्रति बोरी अधिक कीमत में ब्लैक कर के बेची गईं।
उन्होंने कहा कि लहार के एसडीएम विजय यादव को जब खाद की कालाबाजारी की शिकायतें मिलीं, तो उन्होंने मौके पर छापा मारा। जांच के दौरान हजारों खाद की बोरियां स्टॉक में कम पाई गईं। इसके बाद गोदाम प्रभारी दीपक शर्मा को निलंबित किया गया और लहार गोदाम को सील कर जांच के निर्देश दिए गए।
डॉ. सिंह ने आरोप लगाया कि जिले के अधिकारियों द्वारा अब तक दोषी गोदाम प्रभारी के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
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