लखनऊ , अक्टूबर 8 -- उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने बाराबंकी के सफेदाबाद क्षेत्र से भाड़े पर हत्या करने वाले गैंग के तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पिस्टल,तमंचा और कारतूस बरामद किये हैं।

पुलिस ने बताया कि डी 34 शुभम रावत उर्फ मोनू गैंग के तीन कुख्यात अपराधियों को अवैध शस्त्रों की खरीद-फरोख्त करते वक्त बाराबंकी से गिरफ्तार किया गया। मुखबिर से सूचना मिली थी कि सात अक्टूबर को लखनऊ के कुख्यात व पंजीकृत हत्यारा गैंग डी 34/24 के अपराधी रामकेश, श्रीकृष्ण, रिंकू अपने गैंग के लिए असलहा खरीदने के उद्देश्य से असलहा तस्कर अजय यादव उर्फ प्रिन्स के पास सफेदाबाद क्रासिंग के आसपास आने वाले हैं।

सूचना पर तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक अतुल चतुर्वेदी, देवेन्द्र पाल, प्रदीप सिंह व अरशद खान, आरक्षीगण राम निवास शुक्ल, राजीव कुमार, नीरज पाण्डेय व सुशील कुमार सिंह, आरक्षीगण बृजेश बहादुर सिंह, अमित त्रिपाठी व अमर श्रीवास्तव की एक टीम ने मुखबिर द्वारा बताये गए स्थान से उपरोक्त अभियुक्तों को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग काफी लम्बे समय से अपराध में लिप्त है व कई बार जेल जा चुके हैं। उन्होने अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर विगत वर्ष पैसा लेकर काकोरी के एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख के काफिले पर जानलेवा हमला किया था, जिसमे ब्लॉक प्रमुख तो घायल हो गया था और उसका एक आदमी मारा गया था। उस घटना के बाद पूरा गैंग पकड़ लिया गया था और काफी असलहे बरामद किये गए थे। जिस वजह से गिरोह को लूटपाट करने व ठेका लेकर हत्या करने के लिए हथियारों की आवश्यकता थी। जेल से छूटने के बाद हम लोग लगातार असलहा तस्कर आदित्य अवस्थी व अजय यादव उर्फ प्रिन्स के सम्पर्क में थे और आज गैंग के साथी रिंकू की ब्रेजा कार से असलहे खरीदने यहाँ आये थे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित