कपूरथला , अक्टूबर 23 -- पूरे राज्य में पंजाबी भाषा (गुरुमुखी लिपि) को और महत्व देने के लिए, पंजाब के उच्च शिक्षा एवं भाषा विभाग के प्रमुख सचिव ने गुरुवार को राज्य के सभी सार्वजनिक और निजी दुकानों/व्यावसायिक प्रतिष्ठानों आदि के साइनबोर्ड पर सबसे ऊपर पंजाबी भाषा में नाम लिखने के आदेश जारी किये हैं। इसके अलावा, यदि किसी अन्य भाषा में लिखना हो, तो पंजाबी भाषा की गुरुमुखी लिपि के नीचे किसी अन्य भाषा का प्रयोग किया जा सकता है। इन आदेशों का पालन करने के लिए, जिला भाषा अधिकारी, कपूरथला जसप्रीत कौर के नेतृत्व में गुरु नानक जिला पुस्तकालय, कपूरथला में व्यापार मंडल कपूरथला के साथ एक बैठक की गयी। बैठक में व्यापार मंडल कपूरथला के जिला अध्यक्ष यश महाजन, शहरी अध्यक्ष विक्रम अरोड़ा, उपाध्यक्ष गिरीश भसीन, सचिव विनय जैन, सचिव इंद्रपाल सिंह भाटिया, करण महाजन, गौरव कंडा और सरदार बोहर सिंह उपस्थित थे।

पंजाब सरकार द्वारा जारी इन निर्देशों के संबंध में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी बोर्ड पंजाब के सदस्य श्री कंवर इकबाल सिंह ने कहा कि इन्हें जमीनी स्तर पर लागू करने के प्रयास किये जायेंगे।

जिला भाषा अधिकारी कपूरथला ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों के साथ पंजाब सरकार द्वारा जारी निर्देशों और नमूना पत्र की प्रतियां साझा करते हुए बताया कि निजी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को पहले अपने साइनबोर्ड पंजाबी भाषा की गुरुमुखी लिपि में लिखने चाहिए और उसके बाद किसी अन्य बोली का उपयोग किया जा सकता है।

इस बैठक में जिला भाषा अधिकारी ने इसी विषय पर हुई पिछली बैठक का हवाला देते हुए बताया कि कई दुकानदारों ने पंजाबी भाषा की गुरुमुखी लिपि में ऐसे बोर्ड बनाये हैं, लेकिन अभी भी कई बोर्ड गुरुमुखी भाषा में नहीं बने हैं और कुछ बोर्डों में वर्तनी की गलतियां भी हैं। उन्होंने बैठक में उपस्थित नेताओं को आश्वासन दिया कि वे वर्तनी संबंधी किसी भी समस्या के लिए उनके कार्यालय नंबर पर कभी भी संपर्क कर सकते हैं।

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