धार , अक्टूबर 24 -- दीपावली अवकाश समाप्त होते ही आज से प्रदेशभर की मंडियों में सोयाबीन की आवक शुरू हो गई, लेकिन शासन की महत्वाकांक्षी भावान्तर भुगतान योजना का आगाज विरोध के साथ हुआ। धार जिले की सरदारपुर तहसील के ग्राम राजगढ़ मंडी में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) और किसानों ने योजना के पहले दिन ही नाराजगी जताते हुए करीब दो घंटे तक प्रदर्शन किया।

किसानों ने मंडी गेट पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लगाकर प्रवेश रोक दिया और मॉडल भाव स्पष्ट करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि शासन ने योजना शुरू करने से पहले यह स्पष्ट नहीं किया कि सोयाबीन किस दर पर खरीदी जाएगी।

सूचना मिलते ही एसडीएम सलोनी अग्रवाल, तहसीलदार मुकेश बामनिया, नायब तहसीलदार केएस वास्केल और थाना प्रभारी दीपकसिंह चौहान मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाइश दी। अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से चर्चा के बाद निर्णय लिया कि सोयाबीन की खरीदी 4 हजार रुपये प्रति क्विंटल से कम दर पर नहीं की जाएगी। यदि किसी किसान को इससे कम मूल्य पर भुगतान किया गया तो उसे 4 हजार रुपये के मान से भावान्तर राशि दी जाएगी।

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष राकेश सोलंकी ने कहा कि शासन ने योजना लागू करने से पहले दरें स्पष्ट नहीं कीं, जिससे किसानों में भ्रम की स्थिति बनी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आगे भी किसानों के हितों की अनदेखी हुई, तो यूनियन आंदोलन तेज करेगी।

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